Vikrant Shekhawat : Jun 18, 2021, 03:57 PM
राजस्थान के अलवर में राजकीय महिला चिकित्सालय में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां पर स्टाफ द्वारा एक नवजात बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया। परिवार के लोग परेशान थे, लेकिन अचानक बच्ची की रोने की आवाज सुन वे हैरान रह गए। वे तुरंत ही इस बच्ची को प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची जीवत है।
नाहर कला रामगढ़ निवासी रवि कुमार ने बताया कि 15 जून को उसने अपनी गर्भवती पत्नी को राजकीय महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। अचानक से गर्भवती महिला तबीयत खराब होने पर डॉक्टरों ने इमरजेंसी डिलीवरी करवा दी। डिलीवरी के बाद महिला ने बच्ची को जन्म दिया, लेकिन खुशियां गोद में आने से पहले ही मानो रूठ गईं। परिजनों ने बताया कि अस्पताल द्वारा बताया गया कि नवजात मरी हुई है। यह सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। अस्पताल के टिकट पर भी बच्ची को मृत घोषित किया गया था। उसके बाद अचानक जब बच्ची के रोने की आवाज सुनी, तो परिजन हैरान रह गए, इस बारे में उन्होंने हॉस्पिटल स्टाफ को बताया पर सभी ने अनसुना कर दिया। इसके बाद परिजन नवजात बच्ची को निजी सिटी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां पर बच्ची को पूर्ण रूप से स्वस्थ बताया। वहीं राजकीय महिला चिकित्सालय के डॉक्टर टेकचंद ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। बताया गया है कि महिला को 15 जून को भर्ती कराया गया था। जहां बच्ची को मृत घोषित किया गया था। बच्ची अर्ध विकसित थी और उसकी हालात ठीक नहीं थी। इस मामले की जांच की जा रही है कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
नाहर कला रामगढ़ निवासी रवि कुमार ने बताया कि 15 जून को उसने अपनी गर्भवती पत्नी को राजकीय महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। अचानक से गर्भवती महिला तबीयत खराब होने पर डॉक्टरों ने इमरजेंसी डिलीवरी करवा दी। डिलीवरी के बाद महिला ने बच्ची को जन्म दिया, लेकिन खुशियां गोद में आने से पहले ही मानो रूठ गईं। परिजनों ने बताया कि अस्पताल द्वारा बताया गया कि नवजात मरी हुई है। यह सुनकर परिजनों के होश उड़ गए। अस्पताल के टिकट पर भी बच्ची को मृत घोषित किया गया था। उसके बाद अचानक जब बच्ची के रोने की आवाज सुनी, तो परिजन हैरान रह गए, इस बारे में उन्होंने हॉस्पिटल स्टाफ को बताया पर सभी ने अनसुना कर दिया। इसके बाद परिजन नवजात बच्ची को निजी सिटी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां पर बच्ची को पूर्ण रूप से स्वस्थ बताया। वहीं राजकीय महिला चिकित्सालय के डॉक्टर टेकचंद ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। बताया गया है कि महिला को 15 जून को भर्ती कराया गया था। जहां बच्ची को मृत घोषित किया गया था। बच्ची अर्ध विकसित थी और उसकी हालात ठीक नहीं थी। इस मामले की जांच की जा रही है कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।