Coronavirus Vaccine / राजस्थान की इस महिला को 10 मिनट के अंदर लगे वैक्सीन के दो डोज, जानिए कैसे?

दौसा जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। देश में संभवत यह पहली बार दावा किया जा रहा है कि किसी व्यक्ति को 10 मिनट के अंदर वैक्सीन के दो डोज लगा दिए गए हों। डोज लगने के बाद जहां पीड़ित की रात की नींद की उड़ गई है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दो डोज लगाने की बात से साफ इनकार कर रहे हैं।

Vikrant Shekhawat : May 29, 2021, 04:38 PM
दौसा। दौसा जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। देश में संभवत यह पहली बार दावा किया जा रहा है कि किसी व्यक्ति को 10 मिनट के अंदर वैक्सीन के दो डोज लगा दिए गए हों। डोज लगने के बाद जहां पीड़ित की रात की नींद की उड़ गई है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दो डोज लगाने की बात से साफ इनकार कर रहे हैं।

दरअसल, शुक्रवार को दौसा जिले में कुछ सेंटर्स पर 18-44 वर्ष तक के लोगों का ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन लगाई जा रही थी। इस बीच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नंगल बेरसी के वैक्सीनेशन सेंटर पर खेरवाल गांव की 43 वर्षीय किरण शर्मा अपनी बेटी के साथ पहुंचीं। उन्हें वहां मौजूद प्रतिनिधि ने वैक्सीन लगा दी।


महिला को नहीं थी जानकारी

बताया जाता है कि, इसके बाद कोई अन्य स्वास्थ्यकर्मी उनके आधार कार्ड का वेरिफिकेशन करने लगी। वेरिफिकेशन के बाद उस स्वास्थ्यकर्मी ने फिर से किरण शर्मा को वैक्सीन का एक और डोज लगा दिया। 10 मिनट में 2 डोज लगने के बाद महिला अपने घर आ गई। हालांकि, बताया जा रहा है कि महिला को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वैक्सीन एक बार लगेगी या दो बार।हैरान हो गया परिवार

जैसे ही महिला ने घर आकर अपने पति रामचरण शर्मा को इस बारे में बताया तो सब हैरान हो गए। सभी चिंतित हो गए कि क्या करें। हालांकि, शुक्रवार की दोपहर से लेकर शनिवार की सुबह तक महिला में किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं दिखाई दिया। लेकिन, 10 मिनट में दो डोज लगने से महिला घबराई हुई है। इसकी वजह से महिला किरण शर्मा को नींद नहीं आई और वर्तमान में हल्का बुखार भी है।

किसी को नहीं लगाए दो डोज- सीएचसी प्रभारी

इधर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नंगल बेरसी के कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने किसी को भी दो बार डोज नहीं लगाई। सीएचसी प्रभारी डॉ नीलम मीणा ने कहा कि इस पूरे मामले में पड़ताल कर ली गई है। किरण शर्मा को वैक्सीन लगाने के लिए जब पिंच किया गया तो उन्हें ब्लड आ गया। इसके बाद उन्हें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद वापस पिंच किया गया और वैक्सीन लगाई गई। सीएससी प्रभारी दो बार वैक्सीन नहीं लगने का दावा करते हुए नजर आए, लेकिन पीड़ित महिला ने जो आप बीती सुनाई उससे यह लग रहा है कि उसे दो बार वैक्सीन लगाई गई है ।