Vikrant Shekhawat : Jun 18, 2021, 10:55 AM
कोटा। कोई रिश्तेदार आपसी रंजिश निकालने के लिये किस हद तक चला जाता है इसकी बानगी कोटा में सामने आई है। कोटा के मोडक थाना इलाके में एक साली (Sister-In-Law) ने अपनी जीजा से चल रही रंजिश को निकालने के लिये उसके मकान को बारूद (Gunpowder) से उड़ाने की साजिश रच डाली। इसके लिये उसने जीजा के मकान की दीवार में बारूद से भरे डेटोनेटर को जिलेटिन के 65 फीट तार के साथ फीट कर दिया। गनीमत रही कि जीजा को उसके पड़ोसियों ने उसे इसकी खबर दे दी जिससे वारदात होने से बच गई। पुलिस ने आरोपी साली उसके पति और भाई को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किये गये लोगों में लक्ष्मी और उसका पति गणेश तथा भाई बबलू शामिल है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि लक्ष्मी की घरेलू कलह के चलते अपने जीजा ठेकेदार राजेंद्र कुमार के साथ रंजिश चल रही है। इस रंजिश का बदला लेने के लिये लक्ष्मी ने अपने पति गणेश और भाई बबलू के साथ मिलकर अपनी जीजा राजेन्द्र के मकान को बारूद के धमाके से उड़ाने की साजिश रची।पुलिस ने विस्फोटक को करवाया निष्क्रियइसके लिये आरोपियों ने 15 जून को सहरावदा गांव निवासी राजेंद्र कुमार के मकान की दीवार में इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर को जिलेटिन के 65 फीट लंबे तार के साथ लगा दिया था। लेकिन ग्रामीणों को इस बारे में पता चलने पर उन्होंने राजेंद्र को इसकी सूचना दे दी। बाद में राजेन्द्र ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर मोडक थाना पुलिस सहरावद गांव पहुंची और रामगंजमंडी खनन क्षेत्र से एक्सपर्ट बुलाकर डेटोनेटर को निष्क्रिय करवाया।खनन क्षेत्र होने के चलते विस्फोटक हुआ उपलब्धकोटा ग्रामीण के मोडक इलाके में कोटा स्टोन सहित अन्य पत्थरों की खदानें हैं। यहां पर विस्फोटक का इस्तेमाल खदान से पत्थरों को निकालने के लिए किया जाता है। ऐसे में आरोपी लक्ष्मी और उसके सह आरोपियों ने आसानी से विस्फोटक का इंतजाम कर लिया। कोटा पुलिस अब पूरे मामले की गहन पड़ताल में जुटी है। वह आरोपियों से भी कड़ी पूछताछ कर रही है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किये गये लोगों में लक्ष्मी और उसका पति गणेश तथा भाई बबलू शामिल है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि लक्ष्मी की घरेलू कलह के चलते अपने जीजा ठेकेदार राजेंद्र कुमार के साथ रंजिश चल रही है। इस रंजिश का बदला लेने के लिये लक्ष्मी ने अपने पति गणेश और भाई बबलू के साथ मिलकर अपनी जीजा राजेन्द्र के मकान को बारूद के धमाके से उड़ाने की साजिश रची।पुलिस ने विस्फोटक को करवाया निष्क्रियइसके लिये आरोपियों ने 15 जून को सहरावदा गांव निवासी राजेंद्र कुमार के मकान की दीवार में इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर को जिलेटिन के 65 फीट लंबे तार के साथ लगा दिया था। लेकिन ग्रामीणों को इस बारे में पता चलने पर उन्होंने राजेंद्र को इसकी सूचना दे दी। बाद में राजेन्द्र ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर मोडक थाना पुलिस सहरावद गांव पहुंची और रामगंजमंडी खनन क्षेत्र से एक्सपर्ट बुलाकर डेटोनेटर को निष्क्रिय करवाया।खनन क्षेत्र होने के चलते विस्फोटक हुआ उपलब्धकोटा ग्रामीण के मोडक इलाके में कोटा स्टोन सहित अन्य पत्थरों की खदानें हैं। यहां पर विस्फोटक का इस्तेमाल खदान से पत्थरों को निकालने के लिए किया जाता है। ऐसे में आरोपी लक्ष्मी और उसके सह आरोपियों ने आसानी से विस्फोटक का इंतजाम कर लिया। कोटा पुलिस अब पूरे मामले की गहन पड़ताल में जुटी है। वह आरोपियों से भी कड़ी पूछताछ कर रही है।