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- 05-Mar-2025 10:29 AM IST
Donald Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार (अमेरिकी समयानुसार) कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया और अपने संबोधन में व्यापार नीति को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका आगामी 2 अप्रैल से "रेसिप्रोकल टैरिफ" (जवाबी शुल्क) लगाने जा रहा है। इस फैसले से भारत, चीन, यूरोपीय संघ, ब्राजील समेत कई देशों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है।
क्या कहा डोनाल्ड ट्रंप ने?
ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा, "अन्य देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है। अब हमारी बारी है कि हम भी उनके खिलाफ जवाबी टैरिफ लगाएं। औसतन, यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, भारत और अन्य देश अमेरिका के मुकाबले कई गुना अधिक शुल्क वसूलते हैं। यह प्रणाली अमेरिका के लिए कभी भी उचित नहीं थी।"उन्होंने आगे कहा, "भारत हमसे 100% टैरिफ वसूलता है। यह अमेरिका के लिए अस्वीकार्य है। 2 अप्रैल से हम भी उन्हीं के टैरिफ के बराबर शुल्क लगाएंगे। यदि वे हमें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए गैर-मौद्रिक टैरिफ लगाते हैं, तो हम भी उन्हें अपने बाजार से बाहर करने के लिए गैर-मौद्रिक अवरोध लगाएंगे।"भारत को लेकर ट्रंप का रुख
अपने संबोधन में ट्रंप ने भारत का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत उन देशों में शामिल है जो अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे टैरिफ लगाते हैं। उन्होंने इस नीति को अमेरिका के साथ अन्यायपूर्ण बताया और कहा कि यह कभी भी उचित नहीं थी।ट्रंप की यह नाराजगी पिछले कुछ वर्षों में भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में दिखी है। अमेरिका कई बार भारत पर आयात शुल्क कम करने का दबाव बना चुका है, लेकिन भारत अपने घरेलू उद्योगों की सुरक्षा के लिए उच्च टैरिफ नीति अपनाता रहा है।अमेरिका को फिर से महान और समृद्ध बनाने की योजना
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह नीति अमेरिका को आर्थिक रूप से फिर से मजबूत करने के लिए लाई जा रही है। उन्होंने कहा, "जवाबी शुल्क जल्द ही लागू होंगे। यह अमेरिका को फिर से अमीर और महान बनाने के लिए उठाया गया कदम है। इससे थोड़ी अशांति होगी, लेकिन यह ज्यादा नहीं होगी और हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है।"क्या होगा इस कदम का प्रभाव?
ट्रंप की इस घोषणा से वैश्विक व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। खासकर, भारत, चीन और यूरोपीय संघ जैसे देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। इसके कुछ संभावित प्रभाव निम्नलिखित हैं:- भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में खटास: यदि अमेरिका भारत पर जवाबी टैरिफ लगाता है, तो भारत भी अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ा सकता है। इससे दोनों देशों के व्यापार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- वैश्विक व्यापार युद्ध की संभावना: अमेरिका की इस नीति के कारण चीन, यूरोप और अन्य देशों के साथ व्यापार युद्ध बढ़ सकता है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
- अमेरिकी उत्पादों की कीमतों में वृद्धि: यदि अन्य देश भी जवाबी टैरिफ लगाते हैं, तो अमेरिकी कंपनियों को नुकसान हो सकता है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए वस्तुएं महंगी हो सकती हैं।
- डॉलर की मजबूती या कमजोरी: यह कदम अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है।