जोधपुर पंचायत चुनाव / उदयसर में सबसे ज्यादा 94.05% वोटिंग, दो वार्डों में बहिष्कार से गाजनावास में सबसे कम 48.88%

पंचायतीराज संस्थाओं के प्रथम चरण के चुनावों में शुक्रवार को बालेसर पंचायत समिति की 34 पंचायतों में शांतिपूर्वक वोट पड़े। ठंड के चलते धीमी गति से शुरू हुए मतदान के कारण शाम छह बजे तक मतदान केंद्रों पर लाइनें लगी थी। मतदान को लेकर ग्रामीणों में गजब का उत्साह दिखा। दोपहर तीन बजे तक 62 प्रतिशत लोगों ने वोट दे दिए थे। अधिकांश जगहों पर शाम 6 बजे मतगणना शुरू हुई। अगले दो घंटे में पंच-सरपंचों के नतीजे घोषित कर दिए गए।

Vikrant Shekhawat : Jan 18, 2020, 05:33 PM
पंचायतीराज संस्थाओं के प्रथम चरण के चुनावों में शुक्रवार को बालेसर पंचायत समिति की 34 पंचायतों में शांतिपूर्वक वोट पड़े। ठंड के चलते धीमी गति से शुरू हुए मतदान के कारण शाम छह बजे तक मतदान केंद्रों पर लाइनें लगी थी। मतदान को लेकर ग्रामीणों में गजब का उत्साह दिखा। दोपहर तीन बजे तक 62 प्रतिशत लोगों ने वोट दे दिए थे। अधिकांश जगहों पर शाम 6 बजे मतगणना शुरू हुई। अगले दो घंटे में पंच-सरपंचों के नतीजे घोषित कर दिए गए। बालेसर समिति में 38 पंचायतें हैं लेकिन ग्राम पंचायतें पहले ही निर्विरोध चुनी गई थी और एक का सरपंच निर्विरोध चुने गए। ऐसे में 33 पंचायतों में सरपंच व एक पंचायत में वार्ड पंच के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ। सरपंच के 33 पदों के लिए 106 प्रत्याशी मैदान में थे। वहीं पंचायत समिति में कुल 276 वार्ड पंचों में से 196 निर्विरोध निवार्चित हो चुके थे और 76 के लिए वोट पड़े। 4 वार्ड रिक्त रहे।

गांवों की सरकार चुनने में दिखा गजब का उत्साह

गावों की सरकार चुनने के लिए मतदाताओं में गजब का उत्साह दिखा। कड़ाके की ठंड के बावजूद मतदान शुरू होने से पहले ही लगभग सभी मतदान केन्द्रों पर महिलाओं एवं पुरुषों की तीन तीन, चार चार लाइनें लग गई थी। खनन क्षेत्र के लोग काम पर जाने के लिए केंद्र खुलने से पहले ही मतदान करने पहुंच गए थे।

ईवीएम व बैलेट दोनों में धीमी गति से हुआ मतदान

पहली बार सरपंच पद के लिए ईवीएम मशीन से वोटिंग हुई। वहीं वार्ड पंचों के चुनाव बैलेट पेपर से हुए। इसके चलते एक एक मतदाता को दाेहरी प्रकिया से गुजरना पड़ा। इस कारण मतदान समाप्त होने के 5 बजे के बाद भी बालेसर जूनावास, दुर्गावतां, जाटी भांडू, चारणी भांडू सहित दर्जनों पंचायतों में मतदाताओं की कतारें लगी हुई थी।

शादी जितना ही जरूरी समझ मतदान करने पहुंचे दूल्हे| चिड़वाई, बालेसर दुर्गावतां, गाजनावास व कोरना में दूल्हे मतदान करने के लिए पहुंचे। कई ग्राम पंचायतों में बुर्जुगों, दिव्यांगों को व्हील चेयर व कंधों पर उठाकर मतदान करने के लिए लाया गया। कोरना के लालसिंह राजपुरोहित भी दूल्हे के रूप में वोट देने पहुंचे। ग्वालनाडा के हिम्मतसिंह राजपुरोहित ने भी मतदान किया। चिड़वाई में दूल्हा ओमसिंह, बालेसर दुर्गावतां में जयपालसिंह व गाजनावास में दीपासिंह कुंपावत अपनी शादी की रस्में छोड़कर मतदान करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि वोट भी शादी की रस्मों की तरह महत्वपूर्ण व जरूरी है।

कलेक्टर, एसपी सहित अधिकारी करते रहे मॉनिटरिंग

समिति क्षेत्र में 99 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। जिसमें से 23 मतदान केन्द्र क्रिटिकल थे। कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, चुनाव पर्यवेक्षक लक्ष्मणसिंह कुड़ी, पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुनाथ गर्ग, पुलिस उपअधीक्षक राजूराम चौधरी, बालेसर उपखंड अधिकारी महावीरसिंह जोधा, तहसीलदार आईदान पंवार, ओसियां पुलिस उपअधीक्षक दिनेश कुमार, थाना प्रभारी देवेन्द्रसिंह, पीपाड़ थाना प्रभारी अशोक कुमार मतदान शुरू होने से लेकर लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। कई मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी।

ये पहले ही निर्विरोध चुने

ग्राम पंचायत कुई इंदा, जलंधरनगर, उटाम्बर, दूधाबेरा में वार्ड पंच व सरपंच सहित पूरी पंचायतें निर्विरोध निवार्चित हो गई थी। वहीं कुई जोधा में सरपंच व तीन वार्ड पंच निर्विरोध चुन लिए गए थे लेकिन शुक्रवार को दो वार्डों में वोट पड़े।

यूं बढ़ता गया मतदान: 81.01% ने किया मताधिकार

मतदान शुरू होने के बाद कड़ाके की ठंड में भी लोगों में गजब का उत्साह था। सुबह दस बजे तक 13.02 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट दे दिए थे। 12 बजे 33.12 प्रतिशत व तीन बजे 62.01 प्रतिशत मतदान हो गया था। शाम को 5 बजे तक 76.52 प्रतिशत मतदाताओं ने वोटिंग की। इसके बाद भी कई पंचायतों में मतदान जारी था। कुल मतदान 81.01 प्रतिशत रहा।

सुबह से रात तक वोटिंग

बालेसर कस्बे के राउप्रावि जूनावास बूथ सहित जाटी भांडू व कई ग्राम पंचायतों के बूथों पर शाम को सात बजे तक मतदान के लिए कतारें लगी हुई थी। जहां पर कुछ लोग बाहर लाइन में अलाव ताप रहे थे तो कुछ लोग लाइन में लगे थे।

शाम तक वोटरों की राह ताकती रही पोलिंग पार्टी

नवसृजित पंचायत गाजनावास के राजस्व गांव बासनी मनणा के 851 मतदाताओं ने चुनाव का बहिष्कार किया। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य रामचन्द्रसिंह राजपुरोहित सहित ग्रामीणों ने बताया कि वे उनके गांव को गाजनावास में मिलाने के विरोध में है। अफसरों के सामने आपत्ति दर्ज कराई थी लेकिन सुनवाई नहीं होने से मतदान का बहिष्कार किया है। वार्ड संख्या 4 व 5 में किसी ने वार्ड पंच के लिए भी आवेदन नहीं किया। वहीं, सरपंच के लिए किसी ने वोट नहीं दिया। कोई बड़ा सरकारी अधिकारी समझाइश करने भी नहीं पहुंचा। यहां पोलिंग पार्टी दिन भर खाली हाथ बैठी रही।

जज्बा: आड़े नहीं आई उम्र, ठंड भी बेअसर

पंचायतों में पूरे दिन मेले सा माहौल रहा। बुजुर्ग भी वोट देने पहुंचे। भाटेलाई में 85 साल की बुजुर्ग महिला पेंपी देवी को परिजन गोदी में उठाकर मतदान करवाने लाए। वहीं बालेसर सत्ता ब्राह्मणों की ढाणी निवासी 90 वर्षीय बुजुर्ग अनणाराम शर्मा भी परिजनों के सहारे से वोट देने पहुंचे। बालेसर निवासी लालाराम माली को परिवार वाले व्हील चेयर पर वोट दिलाने लाए।

शेरगढ़ व बिलाड़ा क्षेत्र में 20 जनवरी को भरे जाएंगे फॉर्म

पहले चरण में बालेसर क्षेत्र के पंच सरपंचों के चुनाव संपन्न होने के बाद जिले में दूसरे चरण में कहीं चुनाव नहीं है। तीसरे चरण में शेरगढ़ व बिलाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र की पंचायतों में चुनाव होंगे। शेरगढ़ क्षेत्र की समस्त 31 ग्राम पंचायतों में सरपंच व 225 वार्ड पंचों व बिलाड़ा क्षेत्र की 30 पंचायतों में सरपंच व 286 वार्ड पंच के चुनाव की लोकसूचना 18 जनवरी को जारी की जाएगी। 20 जनवरी को सवेरे 10:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक नामांकन भरे जाएंगे। अगले दिन 10:30 बजे से नामांकन की जांच होगी और अपरान्ह 3 बजे बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 21 जनवरी को नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे। 29 जनवरी को प्रातः 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। 29 जनवरी को मतदान समाप्ति के बाद पंचायत मुख्यालय पर मतगणना की जाएगी। 30 जनवरी को उपसरपंच का चुनाव होगा। शेरगढ़ ब्लॉक में 86 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां 73 हजार 7 मतदाता मतदान करेंगे।