Jodhpur Violence / 'नमाज के वक्त क्यों शुरू हुई हिंसा?', केंद्रीय मंत्री ने खड़े किए कई सवाल

राजस्थान के जोधपुर शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया. इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की. इस मामले पर BJP की ओर सें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गहलोत सरकार पर निशाना साधा है.

Vikrant Shekhawat : May 03, 2022, 06:45 PM
राजस्थान के जोधपुर शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया. इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की. इस मामले पर BJP की ओर सें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. 


केंद्रीय मंत्री ने दी सख्त चेतावनी

जोधपुर झड़प पर केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हमने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर इस घटना में कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो हम जोधपुर के जालोरी गेट पर भारी विरोध प्रदर्शन करेंगे. राजस्थान में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है.


खड़े हो रहे अहम सवाल

उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि सुबह की नमाज के वक्त क्या हुआ कि इसके तुरंत बाद कारों में तोड़फोड़ की गई, घरों पर पथराव किया गया, जोधपुर में महिलाओं का अपमान किया गया. पुलिस ने इसे रोकने के लिए कोई पूर्व कदम नहीं उठाया.


जोधपुर में लगाया गया कर्फ्यू

बता दें कि जोधपुर के कार्यपालक मजिस्ट्रेट राजकुमार चौधरी ने हालात पर काबू पाने के लिए मंगलवार दोपहर शहर के दस थाना क्षेत्रों, उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खांडा फलसा, प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर व सरदारपुरा में मंगलवार दोपहर 1 बजे से बुधवार, 4 मई की मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किए. आदेश के अनुसार शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने व जन-जीवन व्यवस्थित रखने के लिए कर्फ्यू लगाया जाना आवश्यक है. वहीं शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं ताकि अफवाहें न फैलें.


CM गहलोत ने की हालात की समीक्षा

जयपुर में मुख्यमंत्री गहलोत ने पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में हालात की समीक्षा की. उन्होंने साम्प्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के लिए जिम्मेदार असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए.