गहलोत सरकार पर पायलट प्रोजेक्ट LIVE / सीएम गहलोत के घर बैठक शुरू, विश्वेन्द्र शामिल नहीं, पीएल पूनिया ने कहा अब पायलट बीजेपी में, गहलोत के करीबी नेताओं पर सीबीआई के छापे

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट। विधायकों की खरीद-फरोख्त में मामले में नोटिस मिलने के बाद नाराज पायलट ने दावा किया है कि गहलोत सरकार अल्पमत में है, क्योंकि कांग्रेस और निर्दलीय विधायक उनके सपोर्ट में हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर विधायक दल की बैठक जारी, करीब 100 एमएलए मौजूद; सीएम के करीबी 2 विधायकों के ठिकानों पर छापे डाले जाने से प्रदेश की राजनीति में एक भूचाल भी आया हुआ है

Vikrant Shekhawat : Jul 13, 2020, 11:20 AM
जयपुर | राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट। राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज अविनाश पांडे ने कहा- हमारे पास 109 विधायकों के समर्थन पत्र; पायलट का 30 विधायकों के समर्थन का दावा. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर विधायक दल की बैठक जारी, करीब 100 एमएलए मौजूद; सीएम के करीबी 2 विधायकों के ठिकानों पर छापे डाले जाने से प्रदेश की राजनीति में एक भूचाल भी आया हुआ है।विधायकों की खरीद-फरोख्त में मामले में नोटिस मिलने के बाद नाराज पायलट ने दावा किया है कि गहलोत सरकार अल्पमत में है, क्योंकि कांग्रेस और निर्दलीय विधायक उनके सपोर्ट में हैं। इसी बीच भरतपुर महाराजा और मंत्री विश्वेन्द्रसिंह ने परिवार के एक सदस्य के बीमार होने की बात कहते हुए बैठक में शामिल नहीं होने की बात कही है। 

READ : 30 नहीं 3 विधायक हैं पायलट के साथ: राजेंद्र गुढ़ा

हालांकि विश्वेन्द्रसिंह ने सचिन पायलट के पगड़ी बांधते हुए वीडियो ट्वीट को पिन यानि कि सबसे उपर सैट कर रखा है और कहा है कि पगड़ी राजस्थान की शान है। यह ट्वीट कई तरह के राजनीतिक मायने निकाल रहा है।
सचिन पायलट विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में जांच कर रही एसओजी का नोटिस का मिलने के बाद से नाराज हैं। बसपा से आए विधायकों में से जोगेन्द्र अवाना गहलोत के घर पहुंचे हैं। सीएम आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई गई है। गहलोत के करीबी लोगों पर जयपुर, कोटा समेत राजस्थान में कई जगह सीबीआई और ईडी की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसी घटनाक्रम के बीच राजस्थान से केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत दिल्ली रवाना हो गए हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पूनिया ने तो यहां तक ट्वीट कर दिया है कि पायलट बीजेपी में चले गए हैं। 


राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कुछ देर में विधायक दल की बैठक होनी है। इसमें अनिवार्य रूप से हाजिर रहने के लिए पार्टी ने सभी विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। इसके मुताबिक, यदि कोई विधायक बिना किसी विशेष कारण के गैरहाजिर रहता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसी बीच मंत्री विश्वेन्द्रसिंह ने ट्वीट करके कहा  है कि वह बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे। इससे पहले रविवार शाम डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दावा किया था कि 30 कांग्रेस विधायक उनके समर्थन में हैं और राज्य की गहलोत सरकार अल्पमत में है। इसके साथ पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मनमुटाव को भी सामने कर दिया। पायलट ने कहा कि वे सोमवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। हालांकि, राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज अविनाश पांडे ने दावा किया कि हमारे पास 109 विधायकों के समर्थन पत्र हैं। गहलोत सरकार बहुमत में है।

एसओजी जांच में सामने आई विधायकों को 25 करोड़ देने की बात

एसओजी के अनुसार उसने अवैध हथियार और विस्फोटक सामग्री की तस्करी से जुड़े मामले में मोबाइल नंबर 9929229909 और 8949065678 को सर्विलांस पर लिया हुआ था।

सर्विलांस पर लिए गए मोबाइल की बातचीत में सामने आया है कि राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए देने की जानकारी भी सामने आई है। 

विधायकों को पैसा देने के मामले में एसीबी ने शनिवार को तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इनमें महुवा से ओमप्रकाश हुड़ला, अजमेर किशनगढ़ से सुरेश टांक और पाली मारवाड़ जंक्शन से निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह शामिल हैं।

सरकार से जुड़े बड़े अपडेट्स...

  • सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट आज नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। कांग्रेस के एक तिहाई विधायकों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। इस तरह प्रदेश में तीसरे मोर्चे का गठन हो सकता है। ‘प्रगतिशील कांग्रेस’ के नाम से तीसरा मोर्चा खड़ा करने की संभावना है। 
  • दो विधायकों के घर सोमवार को इनकम टैक्स के छापे मारे गए। विधायक धर्मेंद्र यादव और राजीव अरोड़ा के जयपुर, कोटा, दिल्ली और मुंबई स्थित ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमें पहुंची। दोनों गहलोत के करीबी बताए जाते हैं।
  • राजस्थान में कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा- पायलट से बात करने की कोशिश की, मैसेज भी किया, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। वे पार्टी से ऊपर नहीं हैं।
  • छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने दावा किया कि सचिन पायलट अब कांग्रेस में हैं। कांग्रेस को लेकर भाजपा का क्या रुख है, यह सबको पता है। इसमें हमें भाजपा से किसी प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं हैं। कांग्रेस में सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का सम्मान होता है।
  • पायलट के भाजपा में आने की संभावनाओं पर राजस्थान में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सचिन पायलट का भाजपा में स्वागत है। इस सारी लड़ाई की जड़ कांग्रेस की आपसी कलह है।
एसओजी के नोटिस के बाद से पायलट नाराज

दरअसल, पायलट विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले की जांच कर रही एसओजी का नोटिस मिलने के बाद से नाराज हैं। उन्हें कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। इस बीच, सीएम गहलोत ने रविवार रात 9 बजे विधायकों के साथ बैठक की। इसके बाद गहलोत समर्थक विधायक ने दावा किया कि हमारे जितने विधायक जाएंगे, उससे ज्यादा विधायक हम भाजपा से ले आएंगे।

पूरे विवाद के बीच दिल्ली गए तीन विधायकों की सीएम हाउस में प्रेस वार्ता

दिल्ली गए कांग्रेसी विधायक दानिश अबरार, चेतन डूडी और रोहित बोहरा ने जयपुर लौटकर कहा कि वे निजी कारणों से दिल्ली गए थे। अगर मीडिया कहता है कि हम इस वजह से वहां गए, या उस वजह से वहां गए.. तो ये हमारी समस्या नहीं है। हम किसी भी विवाद का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। हम कांग्रेस के सिपाही हैं और आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहेंगे।

देर रात मुख्यमंत्री आवास में खाने पर 115 विधायक पहुंचने का सरकारी दावा

मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार रात सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों को सरकारी आवास पर खाने पर बुलाया। कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। करीब 115 विधायक इस रात्रि भोज में शामिल हुए हैं।

क्या कहता है समीकरण

पायलट का दावा है कि उनके संपर्क में 30 से ज्यादा विधायक हैं। इसे सही मानें तो गहलोत सरकरा अल्पमत में आ जाएगी। कांग्रेस के 107 में से 30 विधायक इस्तीफा देते हैं तो सदन में विधायकों की संख्या 170 हो जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए 86 विधायकों की जरूरत होगी। 30 के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के पास 77 विधायक बचेंगे। एक आरएलडी विधायक पहले से उनके साथ है। कांग्रेस की कुल संख्या 78 होगी। यानी बहुमत से 8 कम। उधर, आरएलपी के 3 विधायक मिलाकर भाजपा के पास 75 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए भाजपा को निर्दलीय तोड़ने होंगे। प्रदेश के 13 विधायकों में फिलहाल 10 कांग्रेस समर्थक हैं। अगर इसमें से भाजपा 8 विधायक अपनी तरफ कर ले तो सरकार बना सकती है।

राजस्थान विधानसभा की मौजूदा स्थिति: कुल सीटें: 200

पार्टी विधायकों की संख्या

कांग्रेस 107

भाजपा 72

निर्दलीय 13

आरएलपी 3

बीटीपी 2

लेफ्ट 2

आरएलडी 1

राजस्थान की विधानसभा में दलीय स्थिति को देखें तो कांग्रेस के पास 107 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा, सरकार को 13 निर्दलीय और एक राष्ट्रीय लोकदल के विधायक का भी समर्थन है। गहलोत सरकार के पास 121 विधायकों का समर्थन है। उधर, भाजपा के पास 72 विधायक हैं। बहुमत जुटाने के लिए कम से कम 29 विधायक चाहिए।