Pakistan Train Hijack / बलोच आर्मी का पाक सेना के आगे सरेंडर... 30 घंटे में सभी 33 लड़ाके ढेर

बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस पर हुए आतंकी हमले के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन 30 घंटे बाद पूरा हुआ। सेना ने बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) के सभी 33 आतंकियों को मार गिराया। इस कार्रवाई में FC के चार जवान शहीद हुए, जबकि 21 यात्रियों की पहले ही मौत हो चुकी थी।

Vikrant Shekhawat : Mar 12, 2025, 10:39 PM

Pakistan Train Hijack: बलूचिस्तान में हुए जाफर एक्सप्रेस हमले के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का जवाबी ऑपरेशन आखिरकार समाप्त हो गया। यह ऑपरेशन करीब 30 घंटे तक चला, जिसमें पाकिस्तान सेना ने बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) के सभी 33 लड़ाकों को मार गिराया। सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने इस ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए बताया कि इस दौरान फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) के चार जवान शहीद हो गए, जबकि 21 यात्रियों की पहले ही मौत हो चुकी थी।

आतंकी हमले की शुरुआत

मंगलवार को बलोच लड़ाकों ने जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया। इस घटना के बाद पाकिस्तानी सेना ने तुरंत इलाके को घेर लिया और आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया। यह अभियान बोलान की पहाड़ी और सुरंगों से भरे इलाके में चला, जहां आतंकियों ने सेना को कड़ी चुनौती देने की कोशिश की। हालांकि, पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने रणनीतिक तरीके से सभी आतंकियों को समाप्त कर दिया।

किसी भी आतंकी को जिंदा नहीं छोड़ा

ऑपरेशन के दौरान कई आतंकी बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सेना की सख्त घेराबंदी के कारण उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने किसी भी आतंकी को जिंदा नहीं छोड़ा और सभी को मार गिराया। सेना ने दावा किया कि इस ऑपरेशन में किसी निर्दोष नागरिक की जान नहीं गई।

बलोच लिबरेशन आर्मी की गतिविधियां और पाक सेना की कार्रवाई

BLA लंबे समय से बलूचिस्तान में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ अलगाववादी आंदोलन चला रहा है। यह संगठन पहले भी कई बड़े हमलों को अंजाम दे चुका है, लेकिन जाफर एक्सप्रेस पर हुए इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना की जवाबी कार्रवाई ने इसे बड़ा झटका दिया है। इस ऑपरेशन के बाद सुरक्षा एजेंसियां अभी भी इलाके में तलाशी अभियान चला रही हैं ताकि किसी भी बचे हुए आतंकी को खोजा जा सके।

सेना के ऑपरेशन की सफलता के पीछे की रणनीति

सेना ने इस ऑपरेशन को बेहद सावधानी और रणनीतिक कौशल के साथ अंजाम दिया। सभी बंधकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और सभी आतंकियों को खत्म कर दिया गया। सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने बंधकों को कई समूहों में बांट दिया था, जिससे ऑपरेशन और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया था।

हालांकि, इस दौरान किसी भी आत्मघाती हमलावर को विस्फोट करने का अवसर नहीं मिला। सुरक्षाबलों की तत्परता और रणनीतिक कौशल के कारण एक बड़ा नुकसान होने से बचा लिया गया।

पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगटी से इस आतंकी हमले को लेकर बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री बुगटी ने प्रधानमंत्री को हमले की वर्तमान स्थिति और रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने इस हमले को बेहद घिनौना करार देते हुए कहा कि पूरा देश इस कायराना हरकत से सदमे में है, लेकिन इससे पाकिस्तान की शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता कमजोर नहीं होगी।

प्रधानमंत्री ने इस हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ। अल्लाह उन्हें जन्नत में ऊँचा मुकाम दे और घायलों को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे।" उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और अधिक मजबूत करेगा।

आगे की सुरक्षा तैयारियां

इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने बलूचिस्तान और अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। संभावित आतंकी खतरों से निपटने के लिए नए सुरक्षा उपाय अपनाए जा रहे हैं।

यह ऑपरेशन पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी अभियानों में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और इससे BLA जैसी अलगाववादी ताकतों को करारा झटका लगा है।