भागचंद चोटिया हत्याकांड / कुख्यात बलभाराम के रिश्तेदार हनुमान सहित 5 आरोपियों की पहचान

भागचंद चोटिया हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है, इनमें से एक आरोपी हनुमान है, जो धौलपुर जेल में बंद बलभाराम का रिश्तेदार है। वारदात के बाद आरोपी सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए मुर्दा गली से फरार हुए थे, हालांकि इस क्षेत्र में लगे निजी कैमरों की जद में वे आ गए। यहां के कैमरे की फुटेज से पुलिस को आरोपी हनुमान और उसके दो अन्य साथियों की पहचान करने में आसानी हाे गई।

Vikrant Shekhawat : Oct 20, 2020, 09:13 AM

भागचंद चोटिया हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है, इनमें से एक आरोपी हनुमान है, जो धौलपुर जेल में बंद बलभाराम का रिश्तेदार है। वारदात के बाद आरोपी सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए मुर्दा गली से फरार हुए थे, हालांकि इस क्षेत्र में लगे निजी कैमरों की जद में वे आ गए। यहां के कैमरे की फुटेज से पुलिस को आरोपी हनुमान और उसके दो अन्य साथियों की पहचान करने में आसानी हाे गई।

कैमरों में जो तस्वीर कैद हुई है, उसमें बाइक पर तीन युवक बैठे हुए है। बाइक चला रहे युवक ने मुंह पर गमछा बांध रखा था, जो भागते समय चेहरे से हट गया और उसकी फुटेज कैमरे में कैद हो गई। वहीं, एसपी कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार पांच आरोपियों की पहचान हो चुकी है, यह सभी स्थानीय हैं और आसपास ही छिपे हुए हैं।

पोस्टमार्टम की रिकार्डिंग, शरीर पर गोली के 4 जख्म
चोटिया के शव का पोस्टमार्टम कराने के दौरान सभी कानूनी पहलुओं का ध्यान रखा गया। अस्पताल प्रशासन ने पोस्टमार्टम के दौरान वीडियो रिकार्डिंग कराई। मृतक के शरीर पर गोली के चार जख्म मिले हैं। इसमें तीन सीने में और एक सिर पर मिला है। अस्पताल प्रशासन रिपोर्ट तैयार कर पुलिस को सौंप देगा। वहीं, पोस्टमार्टम होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के दौरान विशेष सतर्क रहा पुलिस प्रशासन

भागचन्द चोटिया की हत्या के बाद माहौल बिगड़ने की आशंका को देखतेे हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा। एसपी पूरे मामले की मानिटरिंग करते रहे। सोमवार सुबह से ही यज्ञनारायण अस्पताल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। हालांकि, पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के दौरान कोई घटना नहीं हुई।
हत्या के विरोध में व्यापारियों ने बंद रखे प्रतिष्ठान


पोस्टमार्टम के बाद हरमाड़ा में चोटिया का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले शव गांव में पहुंचने के बाद व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए। अंतिम संस्कार में सांसद भागीरथ चौधरी, पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, भाजपा नेता विकास चौधरी, भूमि विकास चेयरमैन चेतन चौधरी आदि मौजूद रहे।

राजकीय यज्ञनारायण अस्पताल के बाहर ग्रामीणों का जमावड़ा


हनुमान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज
मुख्य आरोपी बलभाराम के करीबी रिश्तेदार हनुमान व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। चोटिया के भाई रामअवतार ने मदनगंज पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि रविवार की शाम को 4 बजे पुरानी मिल की तरफ से बाइक पर हनुमान व अन्य साथी ने मेरे भाई भागचंद चोटिया को गोली मारकर फरार हो गए। घटना के समय मैं मौके पर ही मौजूद था।

बलभाराम के इशारे पर रिश्तेदारों ने की हत्या
पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने एसपी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि मामले की जांच एसओजी से कराई जाए। अपराधी बलभाराम को नामजद कर सजा दिलवाई जाए। बलभाराम भंवर सिनोदिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी है और वह धाैलपुर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।

उसी के इशारे पर रिश्तेदारों ने चोटिया की हत्या की है। मालूम हो कि भंवर सिंह सिनोदिया हत्याकांड का खुलासा भी एसओजी ने किया था, इसकी वजह से परिजन एसओजी से जांच कराने को प्राथमिकता दे रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, भाजपा नेता विकास चौधरी, पूर्व जिला प्रमुख रामस्वरूप चौधरी शामिल थे।

शूटरों काे पता था, सत्यनारायण के पास राेज आता है भागचंद चाेटिया

चोटिया रोजाना मदनगंज स्थित बालाजी मंदिर के पास सत्यनारायण टिंकर से मिलने के लिए आते थे। हत्यारों को उनके यहां पर रोज आने की जानकारी थी। रैकी के बाद वारदात को अंजाम दिया गया। घटना के समय चाेटिया के पास लाइसेंसी रिवाल्वर था, लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं कर पाया। पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में लोगों ने अजनबी युवकों की आवाजाही देखी थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया। हत्यारों ने वारदात का दिन भी रविवार ही चुना, क्योंकि मुख्य बाजार में रविवार को अधिकांश दुकानें बंद रहती हैं।

चोटिया को लाइसेंसी रिवाल्वर निकालने का भी नहीं मिला मौका


बाल-बाल बच गए परिचित

वारदात के समय चोटिया के साथ सत्यनारायण टिंकर, जतन, करतार भी मौजूद थे। लेकिन कार की तरफ चोटिया अकेले गए, अगर साथ में कोई भी होता तो वह भी शूटर के निशाने पर आ सकता था।

दो साल पूर्व बताया था जान का खतरा

दो साल पहले भागचंद चोटिया का सुरक्षा गार्ड हटा दिया गया था। इसके बाद चोटिया को अपने खर्चे पर गार्ड लगाने की अनुमति दी गई। चोटिया को लाइसेंसशुदा रिवॉल्वर भी दी गई।

आरोपी कच्चे रास्तों से फरार हुए, टोल प्लाजा के फुटेज में नहीं दिखे
जांच में पता चला है कि आरोपी वारदात के बाद कच्चे रास्तों से फरार हुए हैं। पुलिस ने जीवीके और गेगल टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, जिनमें आरोपी नहीं दिखे हैं। पुलिस अब तक तीन दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है। पुलिस ने सोमवार को घटना का रिटेक किया और आसपास के दुकानदारों से भी जानकारी ली। पुलिस टीमों ने सोमवार को मार्बल एरिया, रूपनगढ़, ग्रामीण क्षेत्रों, ढाणियों में भी दबिश दी।

जंगलों से वाकिफ है आरोपी

सूत्रों का कहना है कि आरोपी हनुमान रूपनगढ़, सुरसुरा, मोहनपुरा, सरदार सिंह ढाणी, रलावता व आसपास के जंगलाें से अच्छे से वाकिफ है। ऐसे में आरोपी यहीं कहीं छिपे हो सकते हैं।

चोटिया की गवाही पर ही बलभाराम को हुई थी सजा

चाेटिया की गवाही के आधार पर बलभाराम को सजा हुई थी। चोटिया की हत्या को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। बलभाराम कुछ समय पहले पैरोल पर भी छूट कर आया था। पुलिस धौलपुर सेंट्रल जेल में बंद बलभाराम जाट से पूछताछ कर सकती है। चर्चा यह भी है कि पुलिस बलभाराम को पूछताछ के लिए रिमांड पर ले सकती है।

बलभाराम ने बना रखा है सोशल मीडिया पर एकाउंट
बलभाराम भले ही जेल में बंद हो, लेकिन उसके समर्थकों ने सोशल मीडिया पर एकाउंट बना रखा है। उसकेे नाम से फ्रेंड्स ग्रुप चल रहे हैं। ग्रुपों में बलभाराम के पैरोल पर आने वाली वीडियो भी डाली गई थी, जिसमें उसके समर्थक जुलूस के रूप में स्वागत करते दिखाई दे रहे हैं।