Vikrant Shekhawat : Feb 14, 2023, 05:01 PM
CI Vishnudutt Suicide Case: राजगढ़ (चूरू) की MLA कृष्णा पूनिया के खिलाफ मंगलवार को जमानती वारंट जारी किया गया है। विधायक पूनिया पर बीकानेर संभाग के राजगढ़ (चूरू) थाने के तत्कालीन इंचार्ज विष्णुदत्त बिश्नोई को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप है। इस मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (CBI) ने पूनिया पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए फाइनल रिपोर्ट (FR) लगा दी थी। जोधपुर की CBI कोर्ट में सुनवाई हुई। उसके बाद कोर्ट ने CBI को इस मामले का फिर से संज्ञान लेने का निर्देश दिया है।यह है मामला23 मई 2020 को राजगढ़ के तत्कालीन थानाधिकारी विष्णुदत्त बिश्नोई ने सुसाइड कर लिया था। विष्णुदत्त के भाई संदीप बिश्नोई ने राजगढ़ विधायक व कांग्रेस नेता कृष्णा पूनिया पर परेशान करने का आरोप लगाया था। विष्णुदत्त के सुसाइड का जिम्मेदार कृष्णा पूनिया को बताते हुए संदीप ने FIR दर्ज कराई थी।इस मामले की जांच पहले CB CID ने की थी। स्थानीय लोगों ने CBI को जांच सौंपने की मांग की। इसके बाद राज्य सरकार ने इस मामले को CBI के हवाले कर दिया था। CBI ने अपनी जांच में FR लगा दी थी। एफआर रिपोर्ट जोधपुर स्थित एसीएमएम (CBI) में पेश की गई। यहां अदालत ने इस मामले की फिर से जांच के आदेश देते हुए FR को खारिज कर दिया। साथ ही, जमानती वारंट जारी करते हुए विधायक कृष्णा पूनिया को तलब किया है।इस बारे में विधायक कृष्णा पूनिया के प्रतिनिधि वीरेंद्र पूनिया ने कहा- हम इस प्रकरण में पूरी तरह निर्दोष हैं। अदालत ने सीबीआई की एफआर को खारिज किया है। हम आगे हाईकोर्ट में इसकी अपील करेंगे।CBI ने क्या कहाCBI ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कृष्णा पूनिया की ओर से विष्णु दत्त बिश्नोई को सुसाइड के लिए उकसाने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। यानी सुसाइड से कुछ समय पहले तक ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले, जिससे लगे कि उसी कारण सुसाइड किया गया है। हालांकि सीबीआई की रिपोर्ट में ये स्वीकार किया गया है कि पूनिया उन्हें फोन करती थीं। इसके कारण वो परेशान भी थे। सुसाइड के वक्त ऐसा साक्ष्य नहीं मिला। अदालत ने इसी आधार पर एफआर को खारिज कर दिया है और पूनिया को तलब किया है।फिर बेटे ने कर ली सुसाइडविष्णुदत्त के सुसाइड के बाद उनके नाबालिग बेटे ने भी घर में ही फांसी लगा ली थी। वो ग्यारहवीं क्लास का स्टूडेंट था। काफी परेशान था। बाप-बेटे दोनों की मौत के बाद पूरा परिवार टूट गया था।विष्णुदत्त बिश्नोई ने लिखा था सुसाइड नोटएक सुसाइड नोट भी सामने आया था, जो तत्कालीन चूरू एसपी तेजस्विनी गौतम के नाम लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा था- आदरणीय मैडम, माफ करना, प्लीज, मेरे चारों तरफ इतना प्रेशर बना दिया गया कि मैं तनाव नहीं झेल पाया। मैंने अंतिम सांस तक मेरा सर्वोत्तम देने का राजस्थान पुलिस को प्रयास किया। निवेदन है कि किसी को परेशान नहीं किया जाए। मैं बुजदिल नहीं था। बस तनाव नहीं झेल पाया। मेरा गुनहगार मैं स्वयं हूं।महकमे में एक तेज तर्रार-ईमानदार अफसर की छविविष्णुदत्त एक तेज तर्रार अफसर थे। पुलिस महकमे में सामाजिक नवाचारों को लेकर उनकी कार्यप्रणाली खासी चर्चाओं में रहती थी। उनकी लोकप्रियता का इसी से पता चलता है कि सोशल मीडिया पर उनके हजारों फॉलोवर थे। महकमे में विष्णुदत्त की एक ईमानदार अफसर की छवि थी। मूल रूप से वो रायसिंहनगर, हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। वर्ष 1997 में पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर भर्ती हुए थे। उनके चाचा सुभाष विश्नोई भी एडिशनल एसपी रहे हैं।