जयपुर / अनुच्छेद 370 खत्म राजस्थान के लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर मनाया जश्न, जमकर हुई आतिशबाजी

केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद जयपुर व अजमेर सहित कई जगहों पर जश्न का माहौल रहा। कई जगहों पर शहर की सड़कों पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। एक दूसरे को गुलाल लगाई और मुंह मीठा करवाया। लोगों ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया। खुशी का माहौल में लोग ढोल ताशे पर जमकर नाचे।

Dainik Bhaskar : Aug 05, 2019, 03:41 PM
जयपुर. केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद जयपुर व अजमेर सहित कई जगहों पर जश्न का माहौल रहा। कई जगहों पर शहर की सड़कों पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। एक दूसरे को गुलाल लगाई और मुंह मीठा करवाया। लोगों ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया। खुशी का माहौल में लोग ढोल ताशे पर जमकर नाचे।

अजमेर में कोर्ट परिसर के बाहर वकीलों ने आतिशबाजी की। मिठाई बांटकर भारत माता की जय के नारे लगाए। जयपुर में हिंदू क्रांति सेना के पृथ्वीसिंह लीलकी के नेतृत्व में गोविंदम टॉवर पर आतिशबाजी कर मिठाई बांटी गई। इस दौरान गजेंद्र सिंह, शेर सिंह सिंगोद, जितेंद्र शर्मा सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दौसा, नैनवां, कुचामन सिटी, जैसलमेर, जयपुर ग्रामीण के शाहपुरा सहित कई अन्य हिस्सों में आतिशबाजी की गई। लोगों ने आसमान में तिरंगा लहराया। श्रीगंगानगर में यूथ ब्रिगेड ने भगतसिंह चौक पर आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया।

गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में की घोषणा

आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने सोमवार को अनुच्छेद 370 हटा दिया। इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 हटाने के लिए संकल्प पेश किया था। शाह के प्रस्ताव रखने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अनुच्छेद 370 हटाने के लिए संविधान आदेश (जम्मू-कश्मीर के लिए) 2019 के तहत अधिसूचना जारी कर दी। अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश होंगे।

जानकारी के अनुसार 26 अक्टूबर 1947 को जम्मू-कश्मीर के राजा हरि सिंह ने विलय संधि पर दस्तखत किए थे। उसी समय अनुच्छेद 370 की नींव पड़ गई थी। जब समझौते के तहत केंद्र को सिर्फ विदेश, रक्षा और संचार मामलों में दखल का अधिकार मिला था। 17 अक्टूबर 1949 को अनुच्छेद 370 को पहली बार भारतीय संविधान में जोड़ा गया।