Vikrant Shekhawat : Oct 11, 2021, 12:11 PM
राज्य के चार विण्ड प्लांटों से अब 2 रुपए 44 पैसे की दर से बिजली(Electricity) मिलेगी। वहीं बायोमॉस आधारित विद्युत उत्पादन के दो नए प्लांट लगाए जाएंगे। सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) के माध्यम से निविदा के द्वारा यह दर तय की गई है, जो विण्ड विद्युत खरीद की सबसे कम दर होगी। इन प्लांटों से अनुबंध के तहत पहले 5 रुपए 71 पैसे की दर से बिजली खरीद की जा रही थी। अनुबंध अवधि पूरी होने के बाद नए सिरे से दर तय की गई है।आरएसएमएमएल, एफएफआर सॉफ्टवेयर, एमेजो पॉवर एलएएलपी और उसदेव एंनजीटेक की अनुबंध अवधि समाप्त होने के बाद अब बिजली 2 रुपए 44 पैसे की दर से मिलेगी। इससे आने वाले समय में अनुबंध अवधि पूरे होने वाली अन्य विद्युत परियोजनाओं से भी प्रदेश में आगे उत्पादन जारी रखने की स्थिति में सस्ती दर पर बिजली(Electricity) मिलने की राह प्रशस्त हो गई है।अतिरिक्त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राज्य में जयपुर जिले के फागी और बीकानेर के छतरपुर के पास दो बायोमॉस पॉवर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे। इन प्रोजेक्टों से करीब 22.9 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। राज्य में बिजली(Electricity) की मांग के अनुसार खरीद और बेचान की दरों की मोनेटरिंग व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा और तुलनात्मक अध्ययन कराया जाएगा, ताकि व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। वर्तमान में देशभर में कोयले की कमी के कारण आपूर्ति व्यवस्था डगमगाने से बिजली का तात्कालिक संकट आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस संकट के प्रति गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि हाल ही में उच्च स्तरीय बैठक लेकर समीक्षा की है। इस तात्कालिक बिजली(Electricity) संकट के दौर में बिजली बचत खासतौर से अधिक ऊर्जा खपत वाले उपकरण उदाहरणार्थ एयर कण्डीसनर आदि का उपयोग नहीं करने और पीक ऑवर में बिजली की बचत कर सहयोग करने का आग्रह किया है। राजस्थान उर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक भास्कर ए सावंत ने बताया कि राज्य में बिजली(Electricity) के उत्पादन, उपलब्धता और मांग की लगातार मोनेटरिग की जा रही है और विपरीत परिस्थ्तियों के बावजूद विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने विस्तार से वर्तमान हालात से निपटने के लिए की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी।