Babulal Jandel / कांग्रेस विधायक ने भगवान शिव के खिलाफ कहे अपशब्द, राहुल गांधी से की कार्रवाई की मांग

मध्य प्रदेश के श्योपुर विधायक बाबूलाल जंडेल का विवादित वीडियो वायरल होने से प्रदेश की राजनीति में बवाल मच गया है। वीडियो में विधायक भगवान शिव का नाम लेते हुए अपशब्द कहते नजर आ रहे हैं, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं और हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने माफी मांगने की बात कही।

Vikrant Shekhawat : Oct 17, 2024, 06:47 PM
Babulal Jandel: मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल का एक विवादित वीडियो सामने आने से प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। इस वीडियो में विधायक भगवान शिव का नाम लेते हुए अपशब्दों का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं, जिसके चलते पूरे प्रदेश में विरोध की लहर दौड़ गई है। इस विवाद के बाद प्रदेशभर में भाजपा और हिंदू संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।

भाजपा और हिंदू संगठनों का विरोध

इस घटना के विरोध में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने विधायक बाबूलाल जंडेल का पुतला जलाया, वहीं ग्वालियर के दौलतगंज में हिंदू महासभा ने शिव मंदिर के बाहर विरोध स्वरूप पुतला दहन किया। विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण भगवान शिव के प्रति विधायक की टिप्पणी और उसके राजनीतिक निहितार्थ हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "यह कांग्रेस की पुरानी परंपरा है, जहां सनातन धर्म और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया जाता है।" सारंग ने राहुल और प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए सवाल किया कि क्या वे अपने विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सनातन धर्म के खिलाफ काम करती रही है।

कांग्रेस का बचाव

कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वीडियो पुराना है और इसे भाजपा द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए उछाला जा रहा है। नायक ने कहा, "यह वीडियो करीब पांच साल पुराना है, जिसे हास-परिहास और व्यंग्य के रूप में बनाया गया था। बाबूलाल जंडेल ने स्वयं भगवान शंकर के मंदिर के लिए पांच एकड़ भूमि दी है और वे स्वयं उस मंदिर के पुजारी भी हैं।"

नायक ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं ने चुनावी लाभ के लिए इस वीडियो को सार्वजनिक किया है, ताकि चुनावी माहौल में इसे मुद्दा बनाया जा सके।

विधायक बाबूलाल जंडेल की सफाई

विधायक बाबूलाल जंडेल ने इस वीडियो को लेकर सफाई दी और कहा कि यह वीडियो साल भर पुराना है, और इसमें धार्मिक चर्चा के दौरान की गई टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने बताया कि शिवलिंग की परिभाषा को समझाने के दौरान यह वीडियो बनाया गया था, जिसे संदर्भ से हटाकर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "मैं शिव भक्त हूं, और भगवान शिव की पूजा के महत्व को समझाता हूं। मेरा इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना नहीं था।"

निष्कर्ष

यह विवाद मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच तेजी से तूल पकड़ रहा है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जहां भाजपा इस वीडियो को लेकर कांग्रेस पर धर्म विरोधी होने के आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश बताकर मामले से पल्ला झाड़ रही है। अब देखना यह है कि इस विवाद का आगामी चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ता है, और क्या कांग्रेस अपने विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई करती है।