Rajasthan Political Crisis / कांग्रेस पर्यवेक्षक दोपहर 2 बजे लौटेंगे दिल्‍ली, सोनिया भी नाराज; गहलोत समर्थकों ने दे दिया इस्‍तीफा

राजस्थान में नाटकीय घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार माने जाने वाले विधायकों ने अपने इस्‍तीफे रव‍िवार रात विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को सौंप दिए. राज्‍य विधानसभा में मुख्‍य स‍चेतक महेश जोशी ने कहा कि हमने इस्‍तीफे दे द‍िए हैं और आगे क्या करना है इसका फैसला अब विधानसभा अध्‍यक्ष करेंगे. राज्‍य के आपदा प्रबंधन व राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि हम अभी अपना इस्‍तीफा देकर आए हैं.

Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में नाटकीय घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार माने जाने वाले विधायकों ने अपने इस्‍तीफे रव‍िवार रात विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को सौंप दिए. राज्‍य विधानसभा में मुख्‍य स‍चेतक महेश जोशी ने कहा कि हमने इस्‍तीफे दे द‍िए हैं और आगे क्या करना है इसका फैसला अब विधानसभा अध्‍यक्ष करेंगे. राज्‍य के आपदा प्रबंधन व राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि हम अभी अपना इस्‍तीफा देकर आए हैं. यह पूछे जाने पर कि कितने विधायकों ने इस्‍तीफा दिया तो उन्‍होंने कहा, लगभग 100 विधायकों ने इस्तीफा दिया है. मेघवाल ने यह भी कहा कि कांग्रेस का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पद का चुनाव होने तक (राज्‍य में मुख्‍यमंत्री गहलोत के उत्तराधिकारी को लेकर) कोई बात नहीं होगी.

गहलोत गुट के विधायकों ने की ये मांग

अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने कांग्रेस आला कमान के सामने कुछ मांगें रखी हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि 19 अक्टूबर तक कांग्रेस विधायक दल की बैठक न हो और कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजे आने के बाद बैठक की जाए. इन विधायकों की मांग है कि अशोक गहलोत को पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने दो , इसके बाद विधायकों की राय ले लो. राय लेने के बाद हाई कमान जो भी फैसला करे हमें मंजूर होगा.

कुछ विधायकों ने परोक्ष रूप से पायलट का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का उत्तराधिकारी कोई ऐसा होना चाहिए, जिन्होंने 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, न कि कोई ऐसा जो इसे गिराने के प्रयास में शामिल था.