Rajnath Singh News / रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे भगवान हनुमान की शरण में, इस मंदिर में की पूजा-अर्चना

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ में हनुमान जी की शरण में पहुंचे और मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजनाथ सिंह पूजा-अर्चना करते हुए दिख रहे हैं। दरअसल राजनाथ सिंह लखनऊ में हनुमान सेतु पहुंचे थे। यह लखनऊ का एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह है। ऐसे मौके पर देश का माहौल राममयी है और लोग मंदिरों में इस दिन के लिए प्रार्थना

Vikrant Shekhawat : Jan 16, 2024, 08:35 AM
Rajnath Singh News: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ में हनुमान जी की शरण में पहुंचे और मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजनाथ सिंह पूजा-अर्चना करते हुए दिख रहे हैं। दरअसल राजनाथ सिंह लखनऊ में हनुमान सेतु पहुंचे थे। यह लखनऊ का एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह है। ऐसे मौके पर देश का माहौल राममयी है और लोग मंदिरों में इस दिन के लिए प्रार्थना और पूजा कर रहे हैं।

प्रायश्चित पूजा के साथ आज शुरू होगा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान

भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर के गर्भगृह में स्वर्णद्वार लग गया है। सागौन की लकड़ी पर सोने की परत को चढ़ाया गया है। इस द्वार के ठीक सामने भगवान रामलला का गर्भगृह है, यहीं से भक्तों को रामलला के दर्शन होंगे। वहीं, आज से प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है जो 22 जनवरी तक जारी रहेगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं को वाराणसी के आचार्य गणेशवर शास्त्री द्रविड़ और काशी के मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में 121 आचार्य पूरी कराएंगे। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में मौजूद रहेंगे।

  • 7 दिनों तक चलेगा प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान
  • 16 जनवरी: आज से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है। आचार्य प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन की विधि कराएंगे।
  • 17 जनवरी: रामलला की प्रतिमा को नगर भ्रमण के बाद मंदिर परिसर में प्रवेश करेगी।
  • 18 जनवरी: रामलला पहली बार गर्भगृह में लाया जाएगा और इसी दिन से प्राण-प्रतिष्ठा की विधि शुरू होगी।
  • 18 जनवरी: तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास, आधिवास होगा।
  • 19 जनवरी:  सुबह औषधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास होगा तो शाम को धान्यधिवास होगा।
  • 20 जनवरी:  सुबह शर्कराधिवास, फलाधिवास होगा तो शाम को पुष्पाधिवास की विधि होगी।
  • 21 जनवरी:  सुबह मध्याधिवास तो शाम को सैय्याधिवास की विधि होगी।
  • 21 जनवरी:  विशेष पूजा और हवन के साथ 125 कलशों से राम लला को स्नान कराया जाएगा।
  • 22 जनवरी:  सुबह 10 बजे सांस्कृतिक यानी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद 22 जनवरी को दोपहर में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की मूर्ति गर्भगृह में स्थापित होगी।