Champions Trophy 2025 / पाक के लिए बांग्लादेश से मैच नाक की लड़ाई, हारने पर करोड़ों का नुकसान!

चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो चुकी पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमें 27 फरवरी को रावलपिंडी में भिड़ेंगी। यह मुकाबला पाकिस्तान के लिए सिर्फ सम्मान की लड़ाई नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। हारने पर पाकिस्तान को 3.04 करोड़ की जगह केवल 1.22 करोड़ रुपये मिलेंगे, जिससे भारी नुकसान होगा।

Champions Trophy 2025: 27 फरवरी को पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमें रावलपिंडी के मैदान पर आमने-सामने होंगी। दोनों ही टीमें पहले ही चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो चुकी हैं, लेकिन इस मैच की अहमियत पाकिस्तान के लिए कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। यह केवल एक जीत-हार का मामला नहीं, बल्कि साख और आर्थिक नुकसान से बचने की जंग भी है।

पाकिस्तान के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह मैच?
अब तक के प्रदर्शन की बात करें तो पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों ही भारत और न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने-अपने मुकाबले गंवा चुके हैं। इसका मतलब यह है कि टूर्नामेंट में उनके आगे बढ़ने की कोई संभावना नहीं बची है। लेकिन अंतिम मैच में हार-जीत से यह तय होगा कि कौन-सी टीम किस स्थान पर समाप्त करेगी और उसे आईसीसी से कितनी इनामी राशि मिलेगी।

कितना बड़ा नुकसान झेल सकता है पाकिस्तान?
आईसीसी टूर्नामेंट्स में सिर्फ विजेता और उपविजेता ही नहीं, बल्कि सभी टीमों को उनकी रैंकिंग के आधार पर प्राइज़ मनी मिलती है।

  • विजेता टीम – 19.46 करोड़ रुपये
  • उपविजेता टीम – 9.73 करोड़ रुपये
  • सेमीफाइनलिस्ट – 4.86 करोड़ रुपये
  • पांचवां और छठा स्थान – 3.04 करोड़ रुपये
  • सातवां और आठवां स्थान – 1.22 करोड़ रुपये

चूंकि पाकिस्तान पहले ही सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुका है, इसलिए वह टॉप-4 में नहीं रहेगा। अब अगर वह बांग्लादेश को हरा देता है, तो पांचवें या छठे स्थान पर रह सकता है, जिससे उसे 3.04 करोड़ रुपये मिलेंगे। लेकिन अगर वह हारता है, तो सातवें या आठवें स्थान पर आ जाएगा और केवल 1.22 करोड़ रुपये पर संतोष करना होगा। इस हार से पाकिस्तान को सीधे-सीधे 1.82 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।

क्या हार का असर सिर्फ पैसों तक सीमित रहेगा?
बिल्कुल नहीं! पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का मेजबान है, लेकिन वह अपने घरेलू मैदानों पर ही खराब प्रदर्शन कर रहा है। न्यूजीलैंड और भारत के खिलाफ हार के बाद पहले ही टीम की काफी आलोचना हो रही है। अगर अब बांग्लादेश के खिलाफ भी शिकस्त झेलनी पड़ी, तो न केवल पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को आर्थिक नुकसान होगा, बल्कि टीम की साख पर भी गहरा असर पड़ेगा।

बांग्लादेश के पास क्या है खोने को?
बांग्लादेश भी टूर्नामेंट से बाहर हो चुका है, लेकिन उसके लिए यह मुकाबला सम्मान की लड़ाई है। अगर वह पाकिस्तान को हराता है, तो वह टूर्नामेंट में बेहतर स्थान पर पहुंच सकता है और पाकिस्तान को नीचे धकेल सकता है। इसके अलावा, यह जीत बांग्लादेश क्रिकेट के आत्मविश्वास को भी बढ़ा सकती है।

निष्कर्ष:
पाकिस्तान और बांग्लादेश के इस आखिरी ग्रुप मैच में टूर्नामेंट की दौड़ भले ही खत्म हो गई हो, लेकिन दांव अभी भी ऊंचे हैं। एक तरफ पाकिस्तान को अपनी इज्जत और करोड़ों रुपये बचाने की जरूरत है, तो दूसरी ओर बांग्लादेश के पास खुद को साबित करने का मौका है। यह मुकाबला केवल अंक तालिका में स्थान तय करने के लिए नहीं, बल्कि क्रिकेट में मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने के लिए भी खेला जाएगा। अब देखना होगा कि रावलपिंडी में कौन सी टीम सिर ऊंचा करके मैदान से बाहर जाती है!