नई दिल्ली । बीते कुछ दिन से सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स के नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) ने एक आदेश जारी किया है इस वायरल मैसेज के मुताबिक, सरकार ने गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) और एप्पल ऐप स्टोर पर कुछ चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है अब सरकार ने इसे स्पष्ट करते हुए कहा है कि गूगल या ऐप्पल को ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है यह खबर झूठी है ।
इन ऐप्स को लेकर फैला झूठ
इस मैसेज में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने गूगल और एप्पल के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो तत्काल प्रभाव से चीनी ऐप को अपने प्लेटफॉर्म पर बंद कर दें इसमें TikTok, VMate, Vigo Video, LiveMe, Bigo Live, Beauty Plus, CamScanner, Club Factory, Shein, Romwe, और AppLock जैसे ऐप्स का नाम शामिल है ।
इन ऐप्स की लिस्ट में गेमिंग ऐप जैसे Mobile Legends, Clash of Kings, और Gale of Sultans का नाम भी शामिल है पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे इस मैसेज में कहा गया है कि इन ऐप्स के जरिए यूजर्स की निजी जानकारी जुटाई जा रही है और इससे देश पर भी कोई खतरा आ सकता है ।
इस मैसेज का खंडन करते हुए पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने कहा है कि यह मैसेज पूरी तरह से फेक है. सरकार के किसी भी विभाग की तरफ से ऐसा कोई निर्देश नहीं जारी किया गया है ।
LAC में तनाव के बीच वायरल हुआ यह मैसेज
बता दें कि भारत और चीन के बीच गलवान घाटी (Galwan Valley) में बीते सप्ताह में बढ़ते तनाव के बीच यह फेक मैसेज वायरल हो रहा है सोशल मीडिया पर लोग चीनी उत्पादों के बायकॉट की मुहिम चला रहे हैं. इसके पहले एजुकेटर और इनोवेटर सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) ने भी कहा था कि भारतीय लोगों को चीन में बनने वाले उत्पाद का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और उन्हें अपने स्मार्टफोन से चीनी ऐप्स को अनइंस्टॉल कर देना चाहिए ।
वांगचुक ने यह भी कहा कि चीन जानबूझकर केवल भारत ही नहीं बल्कि अन्य पड़ोसी देशों की सीमाओं पर तनाव बढ़ा रहा है, ताकि उसके घरेलू हालात पर दुनिया की नजर न जाए चीन के बीजिंग शहरों में कोरोना वायरस के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं ।