Vikrant Shekhawat : Sep 12, 2024, 10:23 AM
Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है, और प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) और अन्य क्षेत्रीय दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बुधवार को कई प्रमुख नेताओं ने अपना नामांकन दाखिल किया, और चुनावी माहौल गरमाता चला गया है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री पद को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है।रणदीप सुरजेवाला का बयान: महत्वाकांक्षा और पार्टी अनुशासनकांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला से जब पूछा गया कि अगर कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाती है तो क्या वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे, तो उन्होंने स्पष्ट जवाब दिया। सुरजेवाला ने कहा, "राजनीति में महत्वाकांक्षा रखना कोई बुरी बात नहीं है। राजनीति में महत्वाकांक्षा होनी चाहिए, तभी व्यक्ति आगे बढ़ सकता है। लेकिन महत्वाकांक्षा पार्टी के अनुशासन से बड़ी नहीं हो सकती। हमारा लक्ष्य केवल पद पाना नहीं है।"सुरजेवाला के इस बयान से यह संकेत मिलता है कि कांग्रेस पार्टी में पद की महत्वाकांक्षा से ज्यादा महत्व पार्टी की अनुशासन और लक्ष्य की दिशा को दिया जा रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी की प्राथमिकता चुनावी जीत और जनता की समस्याओं को हल करना है, न कि व्यक्तिगत पद की चाहत।कांग्रेस की जीत का दावारणदीप सुरजेवाला ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं पर भी बात की। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की जनता के मन की बात को देखते हुए कांग्रेस इस चुनाव में 70 से अधिक सीटें जीतने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की सीटें 80 तक पहुंच सकती हैं, और अगर ऐसा होता है, तो किसी को हैरान होने की जरूरत नहीं है। इस बयान से सुरजेवाला ने कांग्रेस के आत्मविश्वास को स्पष्ट किया और पार्टी की सकारात्मक स्थिति को दर्शाया।AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अनिश्चितताहरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संभावित गठबंधन को लेकर काफी चर्चा चल रही थी। हालांकि, हाल ही में आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों पार्टियाँ अलग-अलग चुनाव लड़ेंगी। आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने भी गठबंधन की संभावनाओं पर कुछ संकेत दिए थे, लेकिन दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सुलझ नहीं पाया। इससे ऐसा लगता है कि चुनाव के मैदान में कांग्रेस और AAP अलग-अलग ही उतरेंगी।चुनाव की तारीखें और अंतिम परिणामहरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा, और नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। इन तारीखों के करीब आते ही, सभी प्रमुख दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं और मतदाताओं को लुभाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर जोर दे रहे हैं।जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, राजनीतिक गतिविधियाँ और भी तेज होती जा रही हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन चुनावी सरगर्मियों के बीच हरियाणा की जनता किस दल को अपनी वोट देती है और प्रदेश की अगली सरकार कौन बनाता है।