Vikrant Shekhawat : Dec 27, 2019, 01:07 PM
चूरू: चूरू में गुरुवार की का रात सीजन की सबसे ठंडी रात रहीं। बीती रात पारा जमाव बिंदु से नीचे चला गया जो -0।6 डिग्री दर्ज किया गया। दिसंबर के अंत में के साथ सर्दी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के सभी ठंडे इलाकों में चूरू शामिल रहा। 72 घंटे में पारा आठ डिग्री तक गिर चुका है।खेत भी सफेद चादर में बदल गए:
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी हवाओं के जोर के चलते सर्दी की अधिकता बढ़ी है। ये एकबार यूं ही चलेगी। बाद में बादलों के चलते पारे में गिरावट आने की संभावना है। उसके बाद कड़ाके की ठंड शुरू होगी। आज को हालात ये है कि दिन में भी लोग ठिठुरते रहे। दिन का पारा अधिकतम 17।3 डिग्री से ऊपर नहीं जा सका। जगह जगह बर्फ जम गई। खेत भी सफेद चादर में बदल गए। फसलों पर भी बर्फ जमी रही।खुले आसमान के नीचे खड़ी गाड़ियों पर बर्फ की परत जम गई
वहीं खुले आसमान के नीचे खड़ी गाड़ियों पर बर्फ की परत जम गई व ट्रेनों में भी सर्दी के चलते यात्रियों के सफर करने में गिरावट आई है। पिछले पांच दिनों से अचानक ठंड बढ़ने से से कंपकपी छूटने लगी है। सर्दी में छोटे होते दिन व बड़ी होती रात के कारण व्यापारी वर्ग के कामकाज पर भी प्रभाव पड़ा है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी हवाओं के जोर के चलते सर्दी की अधिकता बढ़ी है। ये एकबार यूं ही चलेगी। बाद में बादलों के चलते पारे में गिरावट आने की संभावना है। उसके बाद कड़ाके की ठंड शुरू होगी। आज को हालात ये है कि दिन में भी लोग ठिठुरते रहे। दिन का पारा अधिकतम 17।3 डिग्री से ऊपर नहीं जा सका। जगह जगह बर्फ जम गई। खेत भी सफेद चादर में बदल गए। फसलों पर भी बर्फ जमी रही।खुले आसमान के नीचे खड़ी गाड़ियों पर बर्फ की परत जम गई
वहीं खुले आसमान के नीचे खड़ी गाड़ियों पर बर्फ की परत जम गई व ट्रेनों में भी सर्दी के चलते यात्रियों के सफर करने में गिरावट आई है। पिछले पांच दिनों से अचानक ठंड बढ़ने से से कंपकपी छूटने लगी है। सर्दी में छोटे होते दिन व बड़ी होती रात के कारण व्यापारी वर्ग के कामकाज पर भी प्रभाव पड़ा है।