देश / चीन के साथ सिर्फ मार्च 2020 की स्थिति बहाल करने पर हो बात, बाकी बातचीत तो बेकार: राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चीन को भारत की जमीन से खदेड़ने की जिम्मेदारी ही नहीं ले रहे हैं। उधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और देश के पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने भी कहा कि चीन की सीमा पर जो कुछ भी हो रहा है।

ABP News : Sep 12, 2020, 08:06 AM
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी गतिरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चीन को भारत की जमीन से खदेड़ने की जिम्मेदारी ही नहीं ले रहे हैं। उधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और देश के पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने भी कहा कि चीन की सीमा पर जो कुछ भी हो रहा है, सरकार को उसके बारे में देश को विस्तार से बताना चाहिए। उन्होंने भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव को एक बहुत संवेदनशील मामला बताते हुए कहा कि इस पर किसी को भी आरोप-प्रत्यारोप से बचना चाहिए।

राहुल ने ट्वीट खर कही ये बात

राहुल ने ट्वीट किया, ''चीन के साथ सिर्फ और सिर्फ मार्च 2020 से पहले की यथास्थिति की बहाली पर बातचीत होनी चाहिए। प्रधानमंत्री और भारत सरकार हमारी जमीन से चीन को बाहर खदेड़ने की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रहे हैं। बाकी सारी बातचीत तो बेकार है।''

शरद पवार ने कहा- भारत चीन सीमा पर जो कुछ भी हो रहा है, सरकार को उस पर एक प्रजेंटेशन देना चाहिए

शरद पवार ने कहा कि भारत चीन सीमा पर, खासकर लद्दाख में जो कुछ भी हो रहा है, सरकार को उस पर एक प्रजेंटेशन देना चाहिए। रक्षा मामलों की स्थायी संसदीय समिति की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आए पवार ने कहा कि चर्चा के लिए रक्षा संबंधित अन्य विषय भी हैं लेकिन वह अनुरोध करेंगे कि इस मुद्दे पर प्रस्तुतिकरण दिया जाए।

पवार ने कहा, 'भारत चीन सीमा पर, विशेषकर लद्दाख क्षेत्र में जो कुछ भी हो रहा है उसके बारे में हम सभी चिंतित हैं। रक्षा संबंधित विभिन्न विषय हैं, जिन पर बैठक में चर्चा होगी। मैं एक अनुरोध करूंगा कि जमीनी हालात पर एक प्रस्तुतिकरण दिया जाए।'

यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार इस मुद्दे पर कुछ छिपा रही है, पवार ने कहा कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है, इसलिए वह कोई आरोप नहीं लगाना चाहते। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव एक बहुत संवेदनशील मामला है और इस पर किसी को भी आरोप-प्रत्यारोप से बचना चाहिए। पवार ने कहा कि इसकी बजाय सशस्त्र सेनाओं के मनोबल को बढ़ाने पर जोर देना चाहिए ताकि पड़ोसी देश के आक्रामक मंसूबों को नाकाम किया जा सके।