पाली / राजस्थान के इस धाकड़ कांग्रेसी जननेता को महिलाओं ने क्यों घायल कर दिया

पाली जिले के रोहट में बुधवार को मनरेगा कार्यस्थल पर जायजा लेने गए पाली के पूर्व विधायक भीमराज भाटी पर कुछ महिला श्रमिकों ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। पथराव व फावड़े से हुए हमले में भाटी बुरी तरह चोटिल हो गए। उन्हें पहले रोहट लाया गया और बाद में पाली भेजकर उपचार करवाया गया। भीमराज भाटी अपने अलहदा अंदाज और चुनाव हारे के लिए राजनीति में पहचाने जाते हैं। भाटी अब तक आठ विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और उनमें से सात बार...

Vikrant Shekhawat : Jun 17, 2020, 07:34 PM
जयपुर । पाली जिले के रोहट में बुधवार को मनरेगा कार्यस्थल पर जायजा लेने गए पाली के पूर्व विधायक भीमराज भाटी पर कुछ महिला श्रमिकों ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। पथराव व फावड़े से हुए हमले में भाटी बुरी तरह चोटिल हो गए। उन्हें पहले रोहट लाया गया और बाद में पाली भेजकर उपचार करवाया गया। भीमराज भाटी अपने अलहदा अंदाज और चुनाव हारे जाने के लिए राजनीति में पहचाने जाते हैं। भाटी अब तक आठ विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और उनमें से सात बार हारे हैं। वे हर बार चुनाव में खड़े होते हैं और हार जाते हैं। हालांकि वे एक बार पाली विधानसभा से निर्दलीय जीत चुके हैं। 

भाटी चुनाव लगातार लड़ रहे हैं। परन्तु वे केवल 1993 में पाली से निर्दलीय जीत पाए। भीमराज भाटी की जनता पर पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब पूर्व सीएम भैरोंसिंह शेखावत उप राष्ट्रपति बने और उनकी विधानसभा सीट बाली पर उप चुनाव हुआ। तब युवा नेता पुष्पेन्द्रसिंह राणावत के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस ने प्रभावी उम्मीदवार के तौर पर भाटी को उतारा था। हालांकि भाटी वे चुनाव हारे, लेकिन बीजेपी को जीतने के लिए खासा जोर आया था। भाटी चुनाव हारते भले ही हो, लेकिन उनका खड़ा होना ही चुनाव परिणाम तय करता है। भाटी की वजह से ही कांग्रेस बीते चालीस साल से पाली में खाता नहीं खोल पाई है। 1980 के बाद यदि भाटी को टिकट नहीं दिया गया तो लगभग कांग्रेस के प्रत्याशियों की जमानत ही जब्त हुई है।

जानकारी के अनुसार भाटी इन दिनों क्षेत्र में मनरेगा कार्यों का जायजा लेने के साथ ही लोगों से जनसंपर्क करने को चार-पांच दिन से रोहट क्षेत्र में गांवों का दौरा कर रहे हैं। सुबह वे कलाली गांव के गजेसागर नाडा पर चल रहे खुदाई कार्य का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान वहां महिला श्रमिक कार्य कर रही थी। कार्य स्थल पर भाटी की कुछ महिलाओं के साथ तकरार हो गई। एक पुराने मामले में महिलाओं की नाराजगी बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि कलाली गांव में कुछ दिन पूर्व हुई एक हत्या के मामले में भाटी की भूमिका पर महिलाओं ने सवाल उठाते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की। इस बीच तकरार बढ़ गई और एक महिला ने मिट्‌टी खोदने के लिए काम आने वाले फावड़े से भाटी पर प्रहार कर दिया। फावड़ा सीधा नाक पर लगा और भाटी नीचे गिर पड़े। इसके बाद उनके साथ आए लोगों ने उन्हें संभाला। वहां से वे भाटी को सुरक्षित कार तक लाने लगे। इस बीच महिलाओं ने पथराव शुरू कर दिया। नाक पर चोट लगने से खून बहने लगा। भाटी को पहले रोहट लाया गया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पाली भेजा गया। इस वारदात से भाटी के समर्थकों में रोष है और राजनीतिक हलकों में चर्चाएं आम है।

बजरी माफिया द्वारा षड्यंत्र रचने की बात भी सामने आई



पाली. पूर्व विधायक व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भीमराज भाटी पर हुए जानलेवा हमले को लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास के नेतृत्व में कांग्रेस के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी से मुलाकात कर सभी आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग करते हुए इस पूरे मामले में बजरी माफिया सरदार राम भाट के शामिल होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के महासचिव मनीष राठौड़ ने बताया कि चाड़वास ने घटना का मुकदमा धारा 307 के तहत दर्ज करने एवं बजरी माफिया सरदार राम भाट को धारा 120बी में आरोपी बनाने की मांग की है।

चाड़वास ने साफ तौर पर कहा कि अगर जल्द से जल्द आरिपियो की गिरफ्तारी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री को शिकायत कर पूरे मामले की जाँच सीबीआई से करवाने को कहा जायेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक भीमराज भाटी ने पिछले दिनों पूर्व सरपंच बजरी माफिया सरदारराम भाट के अत्याचारों को लेकर कई बार जिला प्रशासन व राज्य के गृह विभाग को शिकायत भी की है उसी को लेकर आज भाटी के साथ जानलेवा हमला किया गया है। जिसकी हम घोर निंदा करते है। इस मौके पर पूर्व सभापति प्रदीप हिंगड़, प्रतिपक्ष नेता हकीम भाई, शहर अध्यक्ष व पार्षद मेहबूब टी, बालश्रम बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह निमबाड़ा, खनन प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष यशपालसिंह कुम्पावत, पूर्व पीसीसीबी वाइस चेयरमैन पीराराम पटेल, वरिष्ठ कांग्रेसी मदनसिंह जागरवाल, गोरधन प्रजापत, रंगरेज मेहता, प्रवीण कोठारी, जिला महासचिव मनीष राठौड़, पंचयात समिति सदस्य गोरधन देवासी, युवक कांग्रेस के चंद्रकांत मारू, वरिष्ठ कांग्रेसी बाबुलाल बोराणा, पुष्कर महासभा के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण भाटी,  पारस भाटी, पार्षद शोभा परिहार, बाबुलाल आर्य, प्रकाश चौहान,निर्मल तेजी, बाबू भाई गौरी, पार्षद रिकब जैन, चोटिला सदर अमजद अली रंगरेज, प्रवक्ता रफीक चौहान, मुश्ताक गौरी, मोइनुद्दीन भाटी, रमेश चावला, प्रवीण आर्य, इंसाफ, राहुल जोड़, संतोषसिंह बाजवा, रमेश बंजारा, गिरधारी पटेल, माणक पँवार, रमेश साबू, सदाराम विश्नोई, लक्ष्मण पँवार, अशोक विश्नोई, शाहिद पिन्नु, रमेश परिहार, नगर कांग्रेस अध्यक्ष सोजत महेंद्र पालरिया, बुधाराम, अनिल पँवार, आबिद चड़वा सहित घांची समाज के भी गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।