Vikrant Shekhawat : Feb 12, 2023, 09:09 AM
Delhi-Mumbai Expressway: आज रविवार, तारीख 12 फरवरी 2023 इतिहास के पन्ने में दर्ज हो जाएगी। इतिहास भारत के सबसे लम्बे एक्सप्रेसवे की शुरुआत की। इतिहास 1386 किलोमीटर लबे एक्सप्रेसवे के पहले खंड 246 किलोमीटर के शुभारंभ का। आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को दिल्ली-दौसा-लालसोट के बीच 246 किलोमीटर लम्बी सड़क सौपेंगे, जोकि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का पहला फेज है। इस खंड के शुरू होने से दिल्ली और जयपुर के बीच के यात्रा का समय लगभग डेढ़ घंटे की कमी आ जाएगी। अभी दिल्ली से जयपुर तक के सफर में लगभग 5 घंटे लगते थे अब यह समय घटकर लगभग साढ़े तीन घंटे का हो जाएगा।नितिन गडकरी समेत कई बड़े नेता होंगे शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस उद्घाटन कार्यक्रम के लिए हेलीकाप्टर से सीधे दौसा पहुंचेंगे। इसे ध्यान में रखकर समारोह स्थल के नजदीक ही तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। एसपीजी ने समारोह स्थल और आसपास के इलाके को अपने नियंत्रण में ले लिया है। समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई केंद्रीय मंत्री शरीक होंगे। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल शरीक होंगे। यहां पर कंट्रोल रूम का केंद्रीय मंत्री शुभारंभ करेंगे। यहां से केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री नूंह जिले के गांव हिलालपुर में बनाए गए टोल प्लाजा के नजदीक आयोजित समारोह में शरीक होंगे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री पूरे रूट का अवलोकन करते हुए दौसा पहुंचेंगे। 246 किलोमीटर लंबा है खंड दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस खंड के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जाएगा। बयान के अनुसार इस खंड के खुलने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा। अपने कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री 247 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखेंगे, जिन्हें 5,940 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाना है।एक्सप्रेस वे कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर हैउल्लेखनीय है कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। इसके बन जाने से दिल्ली और मुम्बई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी। यात्रा के समय में भी 50 प्रतिशत की कमी आयेगी। पहले जहां यात्रा में 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे। यह एक्सप्रेस-वे छह राज्यों – दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा तथा कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे मुख्य शहरों को जोड़ेगा।