Rajasthan Election / राजस्थान में क्यों मचा है घमासान, देखिये क्या है- BJP-कांग्रेस की अपनी-अपनी 'गारंटी'?

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे हर दिन मुद्दे भी बदल रहे हैं. कभी मुख्यमंत्री का चेहरा मुद्दा बना तो कभी कानून व्यवस्था, लेकिन अब राजस्थान में गारंटी बनाम गारंटी हो गया है. यही नहीं इस ‘गारंटी’ शब्द के सबसे पहले इस्तेमाल पर भी बहस शुरू हो गई है. हाल ही में राजस्थान दौरों पर आए पीएम ने खुद के नाम को गारंटी बताया था, लेकिन इसके उलट अब गहलोत सरकार ने गारंटी शब्द को खुद

Rajasthan Election: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे हर दिन मुद्दे भी बदल रहे हैं. कभी मुख्यमंत्री का चेहरा मुद्दा बना तो कभी कानून व्यवस्था, लेकिन अब राजस्थान में गारंटी बनाम गारंटी हो गया है. यही नहीं इस ‘गारंटी’ शब्द के सबसे पहले इस्तेमाल पर भी बहस शुरू हो गई है. हाल ही में राजस्थान दौरों पर आए पीएम ने खुद के नाम को गारंटी बताया था, लेकिन इसके उलट अब गहलोत सरकार ने गारंटी शब्द को खुद की खोज बताते हुए कांग्रेस का मतलब गारंटी होने का दावा ठोक दिया है. नेताओं के जुबानी हमलों के बीच यहां सबसे ज्यादा अगर किसी शब्द की चर्चा है तो वो ‘गारंटी’ की है.

दरअसल इस मुद्दे की शुरुआत गहलोत सरकार के सात गारंटी वाले कार्यक्रम से हुई. जहां, गहलोत ने ये मुद्दा उठा दिया कि जनता को दी जाने वाली हमारी गारंटी से केंद्र सरकार इतना घबरा गई है कि अब पीएम समेत बीजेपी के अन्य नेता गारंटी की बात अपने भाषणों में कर रहे हैं.

बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार

बीजेपी ने गहलोत की गारंटियों पर पलटवार किया है. BJP ने पूछा है कि कांग्रेस को चुनाव से ठीक पहले किसानों, महिलाओं, प्रदेश के युवाओं और गोवंश की याद क्यों आई है? बीते पांच साल से कांग्रेस सत्ता में थी तब किसानों का कर्जा माफ नहीं किया. महिलाओं की सुरक्षा करने में असमर्थ रहे और युवाओं को रोजगार नहीं दे सके. अब चुनाव से ठीक पहले झूठा वादा करके लोगों को भ्रमित किया जा रहा है.

25 नवंबर को वोटिंग, 3 दिसंबर को नतीजे

बहरहाल राजस्थान विधानसभा चुनाव में गारंटी के वादों से कौन सी पार्टी जीतेगी इसकी तस्वीर तो 3 दिसंबर को साफ होगी, लेकिन राजस्थान के चुनाव समर में अब दूसरे मुद्दों से हटकर गारंटी शब्द को लेकर सबसे बड़ी बहस शुरू गई है. बता दें कि राजस्थान में 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. ऐसे में वोटिंग से पहले ही राज्य की राजनीति अब इस स्तर पर पहुंच चुकी है कि सारे मुद्दे को किनारे रख अब गारंटी शब्द पर दावेदारी ठोकी जा रही है.