Delhi New CM: दिल्ली में सरकार गठन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। 17 फरवरी (सोमवार) को दोपहर 3 बजे दिल्ली भाजपा प्रदेश कार्यालय में बीजेपी विधायक दल की बैठक आयोजित होगी, जिसमें दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लिया जाएगा। इसके बाद 18 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, यह समारोह बहुत भव्य नहीं होगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को प्रचंड बहुमत मिला है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि AAP को मात्र 22 सीटें मिली हैं। आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया तक चुनाव हार चुके हैं। इस जीत के साथ ही बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी की है।
कौन होगा दिल्ली का नया मुख्यमंत्री?
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद अब सवाल यह उठता है कि पार्टी दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री किसे बनाएगी। 17 फरवरी को होने वाली विधायक दल की बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी नाम पर आधिकारिक मुहर नहीं लगी है।
कुछ प्रमुख नामों की चर्चा हो रही है, जिनमें नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा भी शामिल हैं। इसके अलावा, अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम भी संभावित सूची में हैं।
बीजेपी की रणनीति: क्या फिर होगा कोई चौंकाने वाला फैसला?
बीजेपी पहले भी अपने मुख्यमंत्री पद के फैसलों से जनता और राजनीतिक विश्लेषकों को चौंकाती रही है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में जब मुख्यमंत्री का चयन किया गया था, तब ऐसे चेहरों को आगे लाया गया जिनका नाम संभावित उम्मीदवारों की सूची में शामिल नहीं था। ऐसे में यह संभव है कि दिल्ली में भी बीजेपी कोई अप्रत्याशित फैसला ले और किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपे।
राजनीतिक हलचल तेज, सबकी निगाहें बीजेपी के फैसले पर
दिल्ली की सत्ता पर बीजेपी की वापसी के साथ ही सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। हर कोई इस बात को लेकर उत्सुक है कि पार्टी किसे मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपेगी। दिल्ली की जनता और राजनीतिक विश्लेषक बीजेपी के अगले कदम पर नजर बनाए हुए हैं।