Delhi Water Crisis / अनशन पर बैठीं दिल्ली की जल मंत्री आतिशी मार्लेना की तबीयत हुई खराब, ICU में भर्ती

दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर अनिश्चितकालिन अनशन पर बैठीं जल मंत्री आतिशी की देर रात लगभग 3 बजे अचानक से तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल ( LNJP) के ICU में भर्ती कराया गया. उनका शुगर लेवल काफी डाउन हो गया था. इसके बाद उन्हें आनन फानन में भर्ती कराया गया. आतिशी सिंह फिलहाल डॉक्टरों की टीम की निगरानी में हैं. जल मंत्री आतिशी पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं और उनका

Delhi Water Crisis: दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर अनिश्चितकालिन अनशन पर बैठीं जल मंत्री आतिशी की देर रात लगभग 3 बजे अचानक से तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल ( LNJP) के ICU में भर्ती कराया गया. उनका शुगर लेवल काफी डाउन हो गया था. इसके बाद उन्हें आनन फानन में भर्ती कराया गया. आतिशी सिंह फिलहाल डॉक्टरों की टीम की निगरानी में हैं.

जल मंत्री आतिशी पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं और उनका दावा है कि हरियाणा, दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं दे रहा है. आतिशी सिंह की तबीयत बिगड़ने के बाद एलएनजीपीएस अस्पताल में उनको देखने और डॉक्टर से मिलकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज, आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे और गोपाल राय भी आए.

36 तक गिर गया ब्लड शुगर

आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि उनका ब्लड शुगर लेवल आधी रात को 43 और सुबह 3 बजे 36 तक गिर गया, जिसके बाद LNJP अस्पताल के डॉक्टरों ने तुरंत उन्हें भर्ती करने की सलाह दी. वह पिछले पांच दिनों से कुछ भी नहीं खा रही हैं और हरियाणा से दिल्ली के हिस्से का पानी जारी करने की मांग पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं.

 जारी होगा हेल्थ बुलेटिन

एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर जारी करेंगे आतिशी सिंह का हेल्ट बुलेटन जारी करेंगे. आतिशी ने सोमवार को कहा था कि अनिश्चितकालीन अनशन का चौथा दिन है. दिल्ली में पानी की भारी कमी है. हरियाणा ने पानी की सप्लाई कम कर दी है. मेरा BP और शुगर लो हो रहा है. मेरा वजन भी कम हो रहा है. आतिशी का कहना है कि दिल्ली को पानी मिलने कर उनका अनशन जारी रहेगा.

टीएमसी ने आतिशी को दिया समर्थन

चौथे दिन जल मंत्री आतिशी के समर्थन में टीएमसी सांसदों के डेलिगेशन ने पहुंचकर अपना पूर्ण समर्थन दिया. सभी सांसदों ने आतिशी जी के संघर्ष को सराहा और संसद में दिल्ली की एकजुटता से आवाज उठाने का वचन लिया.