देश / Al-Qaeda के संपर्क में था IT इंजीनियर, ईरान जाकर जॉइन करना चाहता था आतंकी संगठन, NIA ने दबोचा

नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के हाथ बड़ी सफलता लगी है. NIA ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बेंगलुरु में उसके घर से गिरफ्तार किया है. उसपर कथित आतंकवादी गतिविधियों और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा (Al-Qaida) से संबंध का आरोप है. सूत्रों के अनुसार संबंधित मामलें में NIA ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में भी दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. बेंगलुरु से गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोहम्मद आरिफ के रूप में हुई है

Vikrant Shekhawat : Feb 12, 2023, 02:49 PM
बेंगलुरु. नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) के हाथ बड़ी सफलता लगी है. NIA ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बेंगलुरु में उसके घर से गिरफ्तार किया है. उसपर कथित आतंकवादी गतिविधियों और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल-कायदा (Al-Qaida) से संबंध का आरोप है. सूत्रों के अनुसार संबंधित मामलें में NIA ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में भी दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. बेंगलुरु से गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोहम्मद आरिफ के रूप में हुई है.

TOI के अनुसार आरिफ यूपी का मूल निवासी है. आरिफ को एक गुप्त सूचना के आधार पर कि वह कथित रूप से अल-कायदा के संपर्क में था आंतरिक सुरक्षा प्रभाग (आईएसडी) के अधिकारियों ने केंद्रीय एजेंसियों की सहायता से उठाया. साथ ही आरिफ सांप्रदायिक घृणा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने वाले सोशल मीडिया समूहों में काफी सक्रिय था. आरिफ को स्थानीय अदालत में पेश किया गया और पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में ले लिया गया है.

सूत्रों ने कहा कि वह घर से काम कर रहा था. साथ ही गिरफ्तारी के दौरान उसका दो लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है. बेंगलुरु में वह वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहा था. आरिफ सात साल पहले बेंगलुरु आया था. वह अलग-अलग कंपनियों में काम कर चुका है. एक सूत्र ने कहा कि ‘वह पिछले दो सालों से सक्रिय रूप से अल-कायदा से जुड़ा था और आतंकवादी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने वाली विभिन्न ऑनलाइन चर्चाओं में हिस्सा ले रहा था.’

मालूम हो कि आरिफ ने कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह (Islamic State Terror Group) में शामिल होने के लिए ईरान और अफगानिस्तान जाने की भी योजना बनाई थी. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘ईरान में रहने वालों के साथ आरिफ द्वारा किए गए संदेशों से पता चलता है कि वह इस साल मार्च में उनसे मिलने की योजना बना रहा था.’ वहीं कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के अनुसार, ‘विदेशों में आतंकवादी संगठनों के साथ उसके संबंध स्थापित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं.