Rajasthan Elections / अब बाजी वोटर के हाथ में, आज तय होगा किसके सिर सज रहा ताज

राजस्थान में विधानसभा चुनाव की पूरी तैयारी कर ली गई है. शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान होगा. राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राज्य के कुल 200 में से 199 निर्वाचन क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी एवं मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण इस क्षेत्र में चुनाव स्थगित कर दिया गया है.

Vikrant Shekhawat : Nov 25, 2023, 06:00 AM
Rajasthan Elections: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की पूरी तैयारी कर ली गई है. शनिवार (आज) को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान होगा. राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राज्य के कुल 200 में से 199 निर्वाचन क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी एवं मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण इस क्षेत्र में चुनाव स्थगित कर दिया गया है.

राज्य विधानसभा चुनाव में कुल 1862 उम्मीदवार हैं और मतदाता 5,25,38,105 है. इनमें 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 मतदाता हैं. इनमें से 22,61,008 मतदाता पहली बार वोट करेंगे. राज्य में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 36,101 हैं. शहरी इलाकों में कुल 10,501 और ग्रामीण इलाकों में 41,006 मतदान केंद्र हैं. कुल 26,393 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है. मतदान के लिए 65,277 बैलेट यूनिट, 62,372 कंट्रोल यूनिट एवं रिजर्व सहित 67,580 वीवीपैट मशीनों का उपयोग होगा.

राज्य में शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए कुल एक लाख, दो हजार 290 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी है. कुल 69,114 पुलिस कर्मी, 32,876 राजस्थान होम गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड और आरएसी कर्मियों के साथ-साथ सीएपीएफ की 700 कंपनियां तैनात की गई हैं.

जानें किन हस्तियां की किस्मत है दांव पर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, शांति धारीवाल, बीडी कल्ला, सालेह मोहम्मद, ममता भूपेश, प्रताप सिंह खाचरियावास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, भंवर सिंह भाटी, राजेंद्र यादव, शकुंतला रावत, उदय लाल अंजना, हेंद्रजीत सिंह मालवीय, अशोक चांदना सहित कांग्रेस के कई उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद दीया कुमारी, उपनेता प्रतिपक्ष और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, राज्यवर्धन राठौड़, किरोड़ी लाल मीणा एवं बाबा बालकनाथ मैदान में हैं.

गुर्जर नेता दिवंगत किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे विजय बैंसला बीजेपी के टिकट पर और पूर्व मुख्य सचिव निरंजन आर्य कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं. भाजपा ने दलबदलू कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा एवं छह लोकसभा और एक राज्यसभा सदस्य सहित 59 विधायकों को फिर से उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने सात निर्दलीय और एक भाजपा के शोभारानी कुशवाह सहित 97 विधायकों को टिकट दिया है. कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले प्रमुख चेहरों में से एक नागौर से पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा भी चुनाव लड़ रही हैं.

नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक हनुमान बेनीवाल भी चुनाव मैदान में हैं. आरएलपी चन्द्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के साथ समझौता हुआ है. बीजेपी सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस ने 2018 चुनाव की तरह अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के लिए एक सीट (भरतपुर) छोड़ दी है. भरतपुर सीट फिलहाल आरएलडी के पास है और मौजूदा विधायक सुभाष गर्ग पार्टी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं.

बीजेपी और कांग्रेस के अलावा सीपीआई (एम), भारतीय ट्राइबल पार्टी, आम आदमी पार्टी,आरएलपी, भारत आदिवासी पार्टी, एआईएमआईएम समेत अन्य पार्टियां भी चुनाव लड़ रही हैं. भाजपा एवं कांग्रेस दोनों के 40 से अधिक बागी चुनाव लड़ रहे हैं. वर्तमान में, कांग्रेस के 107 विधायक हैं, बीजेपी के 70, सीपीआई (एम) और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के 2-2, आरएलपी के 3, राष्ट्रीय लोक दल के 1, 13 निर्दलीय विधायक हैं. दो सीटें (उदयपुर और करणपुर) फिलहाल रिक्त हैं.

मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान की पूरी तैयारी कर ली गई है. विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए 6287 माइक्रो ऑब्जर्वर के साथ-साथ 6247 रिजर्व सेक्टर ऑफिसर नियुक्त किये गये हैं. चुनाव अधिकारी के अनुसार सभी सेक्टर अधिकारियों को एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन भी दी जाएगी, जो ईवीएम से संबंधित किसी भी खराबी की सूचना मिलने पर मरम्मत और प्रतिस्थापन की कार्रवाई करेंगे.

2,74,846 मतदान कर्मी, महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों पर 7960 महिला मतदान कर्मी तथा दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्रों पर 796 दिव्यांग मतदान कर्मी कमान संभालेंगे. सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांगजनों और 80 से अधिक उम्र वालों की की मदद के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है. मतदान के दिन निगरानी के लिए तीन उड़न दस्ते और इतनी ही स्थैतिक निगरानी टीमें (एसएसटी) तैनात की गई है.

मतदान के दिन संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर एक-एक अतिरिक्त एफएस एवं एसएसटी की तैनाती की जायेगी. उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम तीन क्यूआरटी की उपलब्धता रहेगी. अवांछित बाहरी तत्वों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा मध्य प्रदेश,और पंजाब राज्यों से लगी 4850 किमी लंबी अंतरराज्यीय सीमा पर चेक पोस्टों पर सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी.

सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों (सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, बीएसएफ, आरपीएफ आदि) की कंपनियों और 18 अन्य राज्यों के सशस्त्र बलों सहित 1,70,000 से अधिक कर्मियों की तैनाती होगी.