J&K Election 2024 / उमर अब्दुल्ला लड़ेंगे अब दो सीटों से चुनाव, गांदरबल के बाद अब इस सीट से किया नामांकन

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बडगाम और गांदरबल से नामांकन पत्र भरा। गांदरबल में भावुक अपील करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी इज्जत अब मतदाताओं के हाथों में है। 16 साल बाद अब्दुल्ला ने क्षेत्र की सेवा का अवसर मांगा, जबकि उनके समर्थकों ने उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।

Vikrant Shekhawat : Sep 05, 2024, 03:40 PM
J&K Election 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक ऐतिहासिक पल में बडगाम जिले से अपना नामांकन पत्र भरा। इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम से एक दिन पहले, बुधवार को, उन्होंने गांदरबल से अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया था। यह कदम एक नई राजनीतिक यात्रा की शुरुआत का संकेत है, जो पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की पिछले कार्यकाल की यादों को ताजा करता है।

गांदरबल में भावुक अपील

गांदरबल में पर्चा दाखिल करते समय उमर अब्दुल्ला ने एक भावुक अपील की। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपनी इज्जत की रक्षा करने का आह्वान किया और कहा कि उनकी साख अब उनके हाथों में है। यह शब्द उनके दिल से निकले और यह स्पष्ट कर दिया कि वह अपने पुराने निर्वाचन क्षेत्र के प्रति कितने समर्पित हैं। अब्दुल्ला ने यह भी उल्लेख किया कि वे 16 साल बाद फिर से गांदरबल लौटे हैं और इस बार वे क्षेत्र की सेवा करने का एक और अवसर चाहते हैं। अपने भाषण में उन्होंने कश्मीरी भाषा का उपयोग किया, जिससे उनकी अपील और भी व्यक्तिगत और प्रभावशाली बन गई।

बडगाम में राजनीतिक पुनरावृत्ति

उमर अब्दुल्ला की राजनीति में एक नया मोड़ तब आया जब उन्होंने बडगाम जिले की बीरवाह विधानसभा सीट से 2014 का चुनाव जीता था। हालाँकि, उन्होंने गांदरबल सीट को तत्कालीन पार्टी सहयोगी इश्फाक जब्बार के लिए छोड़ दिया था। अब, उनके बडगाम से नामांकन के साथ, यह प्रतीत होता है कि वे मध्य कश्मीर में अपने राजनीतिक प्रभाव को पुनः स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।

2024 लोकसभा चुनाव की हार और भविष्य की दिशा

हाल ही में, अब्दुल्ला ने 2024 का लोकसभा चुनाव बारामुला निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा था, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार इंजीनियर रशीद के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद भी, अब्दुल्ला ने अपनी राजनीतिक यात्रा को जारी रखते हुए अपने पुराने निर्वाचन क्षेत्रों में लौटने का निर्णय लिया है। उनका यह निर्णय दर्शाता है कि वे अपने क्षेत्र की समस्याओं को हल करने और अपने समर्थकों के विश्वास को फिर से अर्जित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

भावुक क्षण और समर्थकों की प्रतिक्रिया

गांदरबल में नामांकन के दौरान उमर अब्दुल्ला ने एक विशेष क्षण साझा किया, जब उन्होंने अपनी टोपी हाथ में लेकर मतदाताओं से भावुक अपील की। उन्होंने कहा, “मुईन दस्तर, मुईन इज्जत, मुईन टोपी, आपके हाथों में है।” इस भावुक अपील ने उनके समर्थकों को गहराई से प्रभावित किया और उन्होंने ‘उमर जिंदाबाद’ के नारे लगाए। समर्थकों ने यह आश्वासन दिया कि वे उनके लिए अपने जीवन का बलिदान कर देंगे।

पार्टी के लिए आह्वान

उमर अब्दुल्ला ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने की अपील की और कहा कि अल्लाह की इच्छा से पार्टी चुनावों में सफलता हासिल करेगी। उनका यह संदेश पार्टी के लिए एक उत्साहवर्धक संकेत है और एक सकारात्मक माहौल बनाने में मदद कर सकता है।

उमर अब्दुल्ला का यह नामांकन और उनकी भावुक अपील, जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है, जो यह दर्शाती है कि वे अपने पुराने निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति और प्रभाव को फिर से स्थापित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।