AajTak : Nov 22, 2019, 07:41 AM
मुंबई | महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के बीच सहमति बन गई है। इसका आज औपचारिक ऐलान हो सकता है। इससे पहले गुरुवार देर रात एनसीपी चीफ शरद पवार के घर पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ पहुंचे। एनसीपी और शिवसेना नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक बैठक हुई। इस बैठक के दौरान शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने आज होने वाले ऐलान का ब्लूप्रिंट तैयार किया।आज महाराष्ट्र पर फैसले के लिए मुंबई में बैठकों का कई दौर चलेगा। सुबह 10 बजे से मातोश्री में शिवसेना विधायकों के साथ पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की बैठक है। मीटिंग के बाद खबर है कि सभी शिवसेना विधायक अगले 5 दिनों के लिए जयपुर चले जाएंगे। इसके बाद दोपहर 2 बजे के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच आखिरी दौर की बातचीत होगी। शाम 4 बजे कांग्रेस अपने विधायक दल का नेता चुनेगी। मुमकिन है कि देर शाम तक शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं, जिसमे नई सरकार और नए मुख्यमंत्री का ऐलान भी हो सकता है।मंत्रालय बंटवारे भी आज लगेगी अंतिम मुहरइसके साथ ही आज मुंबई में तीनों पार्टियों के बीच आखिरी दौर की बातचीत में मंत्रालय बंटवारे पर अंतिम मुहर लगेगी। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी और कांग्रेस दोनों मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम पर ही सहमत हुई हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो कुछ मंत्रालयों पर पार्टियों की साझा नजर है। मसलन शिवसेना और एनसीपी दोनों गृह मंत्रालय चाहती हैं। वित्त मंत्रालय पर एनसीपी और कांग्रेस की नजर है। शिवसेना और कांग्रेस दोनों शहरी विकास मंत्रालय चाहते हैं। स्पीकर के पद को लेकर भी एनसीपी और कांग्रेस में पेच फंसने की खबर है।सीएम को लेकर बीजेपी और शिवसेना में ठनी24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा किया, लेकिन शिवसेना इस बात पर अड़ गई कि अबकी बार मुख्यमंत्री उनका होगा, क्योंकि 50-50 का वादा उनसे बीजेपी ने किया था। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इसको नकार दिया। इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन करके सरकार बनाने का मन बना लिया। करीब एक महीने बाद आज तीनों पार्टियां सरकार बनाने का ऐलान कर सकती हैं।बुलेट ट्रेन को पैसा जा सकता है किसानों के खाते मेंइस बीच कुछ खबरें आ रही हैं कि तीनों पार्टियां न्यूनतम साझा कार्यक्रम में क्या क्या कर सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें किसानों के लिए बड़ा एलान किया जा सकता है। महाराष्ट्र सरकार की तरफ से बुलेट ट्रेन को दी जाने वाली रकम का इस्तेमाल किसानों की कर्जमाफी में किया जा सकता है। दरअसल बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसमें महाराष्ट्र सरकार को 25 फीसदी फंड देना है। किसानों के नाम पर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की तिकडी की संभावित सरकार उस पैसे को शायद पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की जगह किसानों तक पहुंचा दे।