Maharashtra New CM / CM पद पर खत्म होगा सस्पेंस, आज महायुति की बैठक के बाद नाम सामने आ सकता है

महाराष्ट्र में सीएम पद को लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा है। महायुति की बैठक आज निर्णायक साबित हो सकती है। देवेंद्र फडणवीस को प्रबल दावेदार माना जा रहा है, जबकि एकनाथ शिंदे ने सीएम रेस से खुद को बाहर बताया है। बीजेपी की रणनीतिक बदलाव क्षमता से सबकी निगाहें बैठक पर टिकी हैं।

Vikrant Shekhawat : Nov 28, 2024, 09:02 AM
Maharashtra New CM: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस चरम पर है। विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत के बाद यह सवाल चर्चा का केंद्र बना हुआ है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। आज महायुति की अहम बैठक होने वाली है, जो इस सस्पेंस को खत्म कर सकती है।

देवेंद्र फडणवीस: मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार

मुख्यमंत्री पद की रेस में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे नजर आ रहे हैं। उनके नाम पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। यह संभावना तब और मजबूत हो गई, जब शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता और मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्वयं प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह स्पष्ट किया कि वे सीएम पद की दौड़ में नहीं हैं।

शिंदे ने कहा, "मैं संतुष्ट हूं और सीएम पद के लिए कभी रोड़ा नहीं बनूंगा। बीजेपी जो भी फैसला लेगी, हमारी शिवसेना उसका समर्थन करेगी। मेरे लिए सबसे बड़ा पद लाड़ला भाई (सर्वश्रेष्ठ सहयोगी) होने का है।" इस बयान के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी अपनी ताकत के आधार पर सीएम पद पर दावा ठोकेगी।

महायुति में सामंजस्य और शिवसेना की भूमिका

एकनाथ शिंदे ने यह भी बताया कि महायुति की तीनों पार्टियों—बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार गुट)—की दिल्ली में बैठक होगी। इस बैठक में सरकार गठन और शिवसेना की हिस्सेदारी पर चर्चा होगी। उम्मीद है कि इसी दौरान मुख्यमंत्री के नाम की भी घोषणा हो जाएगी।

महायुति की प्रचंड जीत और बीजेपी का दबदबा

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटें जीतकर बड़ी कामयाबी हासिल की। इसमें अकेले बीजेपी ने 132 सीटें जीतीं, जबकि शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। इतनी बड़ी जीत के बाद बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में आ गई है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है।

आखिरी समय में बदलाव की संभावना

हालांकि, बीजेपी अपने अप्रत्याशित फैसलों के लिए जानी जाती है। इसलिए मुख्यमंत्री पद के नाम को लेकर आखिरी समय में कोई बड़ा बदलाव भी हो सकता है। महायुति की बैठक के बाद ही स्पष्ट रूप से कहा जा सकेगा कि महाराष्ट्र की सत्ता की बागडोर किसके हाथ में होगी।

जनता की उम्मीदों का भार

महाराष्ट्र की जनता ने महायुति को प्रचंड जनादेश दिया है। अब यह गठबंधन पर निर्भर है कि वह सत्ता की जिम्मेदारी को कैसे निभाता है। मुख्यमंत्री पद के चयन में गठबंधन की सहमति और जनभावनाओं का ख्याल रखना बेहद जरूरी होगा।

आगामी बैठक से महाराष्ट्र की राजनीति का यह सस्पेंस खत्म होने की पूरी संभावना है। अब सबकी नजरें इस अहम फैसले पर टिकी हुई हैं।