Vikrant Shekhawat : Aug 25, 2020, 12:03 AM
जयपुर | भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री वी. सतीश, प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी एवं पार्टी के अन्य पदाधिकारियों ने भी स्वर्गीय अरुण जेटली जी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं भाजपा राजस्थान के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर सिंह कौशल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
डाॅ. पूनियां ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अरूण जेटली जी की राजनैतिक इच्छाशक्ति और उनकी प्रतिभा बहुमुखी थी और आज भी अरूण जी उसी रूप में याद आते हैं। विद्यार्थी परिषद में उनके काम का कालखण्ड, फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष के नाते, उसके बाद छात्र आंदोलन की अरूण जेटली जी ने अगुवाई की। डाॅ. पूनियां ने कहा कि उनका स्नेह और अपनापन कार्यकर्ताओं के प्रति हमेशा बना रहा, आखिर तक भी हम लोग उनसे विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता के नाते ही मिलते थे। उन्होंने कहा कि अरूण जी से कई बार मिलने का अवसर मिला, इस दौरान उनसे जयपुर और दिल्ली में विस्तार से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर भी मिला। 2013-18 के भाजपा सरकार कार्यकाल के बीच में वे जयपुर पधारे थे, तो इस दौरान उनसे प्रदेश एवं देश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जो हमारा सौभाग्य है। इस बातचीत के दौरान जेटली जी को बहुत अच्छी तरह से जानने का अवसर मिला। डाॅ. पूनियां ने कहा कि एक विधिवेता के नाते कानूनी मामलों में मुझे लगता है कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का एक पुराना वीडियो देख रहा था, जब मोदी जी विदेश में थे, उसके बाद जब मोदी जी श्रद्धांजलि सभा में बोले तो ऐसा लगता था कि बहुत कुछ मसलों पर प्रधानमंत्री मोदी जी भी अरूण जी की प्रतिभा के कायल थे। उन्होंने कहा कि आधुनिक राजनीति में जिस तरीके से देश को लेकर बहुत सरलता से संसद में उनके जो भाषण हंै, ये दुर्लभ लोग हंै, अटल बिहारी जी को लोग सुनते थे, सुषमा जी को, अरूण जेटली जी को भी लोग सुनने थे और यही कारण है कि आज संयोग से राजस्थान विधानसभा के सदन में भी जीएसटी पर भी चर्चा हुई, जो उनके द्वारा देश के लिए वन नेशन-वन टैक्स बनाया। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी, तो इस बिल को लाने को लेकर वो डरती थी, लेकिन अरूण जी ने देशहित की सोचकर इस बिल को लाने में कोई संकोच नहीं किया और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह ऐतिहासिक फैसला किया था। डाॅ. पूनियां ने कहा कि अरूण जी के निधन से पार्टी को बहुत तकलीफ हुई, इनका जाना एक युग के अवसान जैसा था, पार्टी के ऐसे ही वरिष्ठ एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर जी, सुषमा स्वराज जी, अरूण जेटली जी, गोपीनाथ मुण्डे जी, अनन्त कुमार जी एक लम्बी फेहरिस्त है, जो पिछले कुछ वर्षों में ये सभी प्रमुख नेता हमारे बीच मंे से चले गये और इनके जाने से वास्तव में पार्टी एवं पार्टी के विचार को तकलीफ हुई, लेकिन मुझे लगता है कि वो जाने के बाद भी हमें बहुत कुछ देकर गये और यही कारण है कि वैसे तो व्यक्ति की ना तो मौत की तुलना होती और ना ही उनके व्यक्तित्व की हो सकती है, लेकिन मैं यह मानता हूँ कि हमारे विचार को इन सभी प्रमुख नेताओं ने बहुत ताकत दी और ऐसा नहीं है कि आज उनकी पुण्यतिथि थी इसलिए उनको याद किया है, अरूण जी को हम कभी नहीं भूल पायेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री वी. सतीश, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार अजय पाल सिंह, माधोराम चैधरी, मुकेश दाधीच, हेमराज मीणा, प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, अशोक सैनी, बिजेन्द्र पूनियां, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, कार्यालय मंत्री राघव शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार, भाजपा जयपुर शहर जिलाध्यक्ष सुनिल कोठारी, विधि प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक सुरेन्द्र सिंह नरूका इत्यादि नेताओं ने स्वर्गीय अरूण जेटली एवं रघुवीर सिंह कौशल को श्रद्धांजलि दी।
डाॅ. पूनियां ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अरूण जेटली जी की राजनैतिक इच्छाशक्ति और उनकी प्रतिभा बहुमुखी थी और आज भी अरूण जी उसी रूप में याद आते हैं। विद्यार्थी परिषद में उनके काम का कालखण्ड, फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष के नाते, उसके बाद छात्र आंदोलन की अरूण जेटली जी ने अगुवाई की। डाॅ. पूनियां ने कहा कि उनका स्नेह और अपनापन कार्यकर्ताओं के प्रति हमेशा बना रहा, आखिर तक भी हम लोग उनसे विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता के नाते ही मिलते थे। उन्होंने कहा कि अरूण जी से कई बार मिलने का अवसर मिला, इस दौरान उनसे जयपुर और दिल्ली में विस्तार से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर भी मिला। 2013-18 के भाजपा सरकार कार्यकाल के बीच में वे जयपुर पधारे थे, तो इस दौरान उनसे प्रदेश एवं देश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ, जो हमारा सौभाग्य है। इस बातचीत के दौरान जेटली जी को बहुत अच्छी तरह से जानने का अवसर मिला। डाॅ. पूनियां ने कहा कि एक विधिवेता के नाते कानूनी मामलों में मुझे लगता है कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का एक पुराना वीडियो देख रहा था, जब मोदी जी विदेश में थे, उसके बाद जब मोदी जी श्रद्धांजलि सभा में बोले तो ऐसा लगता था कि बहुत कुछ मसलों पर प्रधानमंत्री मोदी जी भी अरूण जी की प्रतिभा के कायल थे। उन्होंने कहा कि आधुनिक राजनीति में जिस तरीके से देश को लेकर बहुत सरलता से संसद में उनके जो भाषण हंै, ये दुर्लभ लोग हंै, अटल बिहारी जी को लोग सुनते थे, सुषमा जी को, अरूण जेटली जी को भी लोग सुनने थे और यही कारण है कि आज संयोग से राजस्थान विधानसभा के सदन में भी जीएसटी पर भी चर्चा हुई, जो उनके द्वारा देश के लिए वन नेशन-वन टैक्स बनाया। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी, तो इस बिल को लाने को लेकर वो डरती थी, लेकिन अरूण जी ने देशहित की सोचकर इस बिल को लाने में कोई संकोच नहीं किया और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह ऐतिहासिक फैसला किया था। डाॅ. पूनियां ने कहा कि अरूण जी के निधन से पार्टी को बहुत तकलीफ हुई, इनका जाना एक युग के अवसान जैसा था, पार्टी के ऐसे ही वरिष्ठ एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर जी, सुषमा स्वराज जी, अरूण जेटली जी, गोपीनाथ मुण्डे जी, अनन्त कुमार जी एक लम्बी फेहरिस्त है, जो पिछले कुछ वर्षों में ये सभी प्रमुख नेता हमारे बीच मंे से चले गये और इनके जाने से वास्तव में पार्टी एवं पार्टी के विचार को तकलीफ हुई, लेकिन मुझे लगता है कि वो जाने के बाद भी हमें बहुत कुछ देकर गये और यही कारण है कि वैसे तो व्यक्ति की ना तो मौत की तुलना होती और ना ही उनके व्यक्तित्व की हो सकती है, लेकिन मैं यह मानता हूँ कि हमारे विचार को इन सभी प्रमुख नेताओं ने बहुत ताकत दी और ऐसा नहीं है कि आज उनकी पुण्यतिथि थी इसलिए उनको याद किया है, अरूण जी को हम कभी नहीं भूल पायेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री वी. सतीश, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार अजय पाल सिंह, माधोराम चैधरी, मुकेश दाधीच, हेमराज मीणा, प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, अशोक सैनी, बिजेन्द्र पूनियां, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, कार्यालय मंत्री राघव शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार, भाजपा जयपुर शहर जिलाध्यक्ष सुनिल कोठारी, विधि प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक सुरेन्द्र सिंह नरूका इत्यादि नेताओं ने स्वर्गीय अरूण जेटली एवं रघुवीर सिंह कौशल को श्रद्धांजलि दी।