Vikrant Shekhawat : Jan 13, 2021, 06:34 PM
दौसा में बुधवार को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने 2 एसडीएम को 5 लाख की रिश्वत लेते और 10 लाख की मांग करते पकड़ा है। इनमें बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा और दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल हैं। एसीबी ने पुष्कर मित्तल को दौसा स्थित सिविल लाइंस स्थित घर पर रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। जबकि, बांदीकुई एसडीएम ऑफिस से पिंकी मीणा को रिश्वत की मांग करते गिरफ्तार किया गया। बाद में एसीबी एसडीएम पिंकी मीणा को दौसा एसडीएम के आवास पर लेकर आई। यहां बंद कमरे में दोनों अधिकारियों को आमने-सामने बैठाकर एसीबी पूछताछ कर रही है। इस मामले में दलाल नीरज मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, तत्कालीन एसपी मनीष अग्रवाल भी शक के घेरे में हैं।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे निर्माण में ठेकेदार से मांगी थी रिश्वत:एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों एसडीएम ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंच गई थी। इसके बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों को ट्रैप का जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एएसपी नरोत्तम वर्मा और सीआई नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
दौसा एसडीएम 5 लाख लेते और बांदीकुई एसडीएम 10 लाख मांगते गिरफ्तार:एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि दोनों द्वारा हाइवे निर्माण कंपनी से काम में रुकावट नहीं डालने और दर्ज केसों को रफा-दफा करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। रिश्वत नहीं देने पर काफी परेशान किया जा रहा था। जिसके बाद मामले का सत्यापन करवाया गया। जिसके बाद दो अलग-अलग टीमों का निर्माण किया गया। दोनों टीमों ने एक साथ दबिश देते हुए दौसा एसडीएम पुष्कर मीणा को 5 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। वहीं, बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा को 10 लाख रुपए की मांग करते गिरफ्तार किया।
पूछताछ और घर की तलाशी:एसीबी अधिकारियों ने बताया कि दोनों अधिकारियों के घर की तलाशी ली जा रही है। बंद कमरे में उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा, इस मामले में जुड़े अन्य अधिकारियों का भी पता लगाया जा रहा है। दोनों अधिकारियों के पास उपलब्ध दस्तावेज के अलावा एसीबी ने दोनों के कार्यालय के रिकॉर्ड भी मंगाए हैं।
दौसा एडीएम ऑफिस में हड़कंप, कर्मचारी हुए गायब:एसडीएम के रिश्वत लेने के मामले में पकड़े जाने के बाद कलेक्ट्रेट स्थित एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी गायब हो गए। कार्यालय सूना पड़ा है। वहां इक्का-दुक्का कर्मचारी फाइलों को समेटने में लगे हैं। वहीं, बांदीकुई एसडीएम कार्यालय में भी ज्यादातर कर्मचारी निकल गए हैं। एक जिले में दो एसडीएम के रिश्वत लेते पकड़े जाने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिले के ज्यादातर सीनियर अधिकारी ने अपने मोबाइल बंद कर लिए हैं।
दौसा एसडीएम: एक हफ्ते पहले ही फिर से काम पर आए थे:नगर परिषद का चुनाव होने के बाद एसडीएम पुष्कर मित्तल कोरोना पॉजिटिव निकले थे। इसके बाद उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया था। अभी कार्यालय ज्वाइन किए हुए एसडीएम को 1 सप्ताह भी नहीं हुआ है। इससे पहले एसडीएम के खिलाफ विभिन्न संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन भी दिया था। कलेक्टर को ज्ञापन देकर उस में शिकायत की थी कि एसडीएम ने रिश्वतखोरी का खुला खेल चालू कर रखा है।
बांदीकुई एसडीएम: पिंकी मीणा ने पहली बार में आरएएस क्लीयर किया:पिंकी मीणा चौमुं जिले के चिथवाड़ी गांव की रहने वाली हैं। जिन्होंने अपने स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल से ही पूरी की है। पिंकी के पिता किसान हैं। पिंकी पढ़ने में काफी होशियार रहीं हैं। उन्होंने पहली बार में ही आरएएस की परीक्षा क्लीयर कर ली थी, लेकिन 21 साल नहीं होने के कारण इंटरव्यू नहीं दे पाई थीं। इसके बाद 2016 में फिर से मेरिट के साथ परीक्षा क्लीयर की। जिसके बाद पहली पोस्टिंग टोंक मिली थी।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे निर्माण में ठेकेदार से मांगी थी रिश्वत:एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि दोनों एसडीएम ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंच गई थी। इसके बाद एसीबी ने दोनों अधिकारियों को ट्रैप का जाल बिछाया और बुधवार को दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एएसपी नरोत्तम वर्मा और सीआई नीरज भारद्वाज के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
दौसा एसडीएम 5 लाख लेते और बांदीकुई एसडीएम 10 लाख मांगते गिरफ्तार:एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि दोनों द्वारा हाइवे निर्माण कंपनी से काम में रुकावट नहीं डालने और दर्ज केसों को रफा-दफा करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। रिश्वत नहीं देने पर काफी परेशान किया जा रहा था। जिसके बाद मामले का सत्यापन करवाया गया। जिसके बाद दो अलग-अलग टीमों का निर्माण किया गया। दोनों टीमों ने एक साथ दबिश देते हुए दौसा एसडीएम पुष्कर मीणा को 5 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। वहीं, बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा को 10 लाख रुपए की मांग करते गिरफ्तार किया।
पूछताछ और घर की तलाशी:एसीबी अधिकारियों ने बताया कि दोनों अधिकारियों के घर की तलाशी ली जा रही है। बंद कमरे में उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा, इस मामले में जुड़े अन्य अधिकारियों का भी पता लगाया जा रहा है। दोनों अधिकारियों के पास उपलब्ध दस्तावेज के अलावा एसीबी ने दोनों के कार्यालय के रिकॉर्ड भी मंगाए हैं।
दौसा एडीएम ऑफिस में हड़कंप, कर्मचारी हुए गायब:एसडीएम के रिश्वत लेने के मामले में पकड़े जाने के बाद कलेक्ट्रेट स्थित एसडीएम कार्यालय के कर्मचारी गायब हो गए। कार्यालय सूना पड़ा है। वहां इक्का-दुक्का कर्मचारी फाइलों को समेटने में लगे हैं। वहीं, बांदीकुई एसडीएम कार्यालय में भी ज्यादातर कर्मचारी निकल गए हैं। एक जिले में दो एसडीएम के रिश्वत लेते पकड़े जाने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिले के ज्यादातर सीनियर अधिकारी ने अपने मोबाइल बंद कर लिए हैं।
दौसा एसडीएम: एक हफ्ते पहले ही फिर से काम पर आए थे:नगर परिषद का चुनाव होने के बाद एसडीएम पुष्कर मित्तल कोरोना पॉजिटिव निकले थे। इसके बाद उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया था। अभी कार्यालय ज्वाइन किए हुए एसडीएम को 1 सप्ताह भी नहीं हुआ है। इससे पहले एसडीएम के खिलाफ विभिन्न संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन भी दिया था। कलेक्टर को ज्ञापन देकर उस में शिकायत की थी कि एसडीएम ने रिश्वतखोरी का खुला खेल चालू कर रखा है।
बांदीकुई एसडीएम: पिंकी मीणा ने पहली बार में आरएएस क्लीयर किया:पिंकी मीणा चौमुं जिले के चिथवाड़ी गांव की रहने वाली हैं। जिन्होंने अपने स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल से ही पूरी की है। पिंकी के पिता किसान हैं। पिंकी पढ़ने में काफी होशियार रहीं हैं। उन्होंने पहली बार में ही आरएएस की परीक्षा क्लीयर कर ली थी, लेकिन 21 साल नहीं होने के कारण इंटरव्यू नहीं दे पाई थीं। इसके बाद 2016 में फिर से मेरिट के साथ परीक्षा क्लीयर की। जिसके बाद पहली पोस्टिंग टोंक मिली थी।