Rajasthan News / राजस्थान के स्कूलों में नहीं पढ़ाया जाएगा अकबर महान- शिक्षा मंत्री दिलावर का बड़ा ऐलान

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घोषणा की है कि अब राजस्थान के स्कूलों में अकबर महान की गाथा नहीं पढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप से बड़ा कोई नहीं है और अकबर ने भारत को लूटा। दिलावर ने अकबर को "बलात्कारी" भी कहा था।

Vikrant Shekhawat : Sep 01, 2024, 10:45 PM
Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अकबर महान को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अब राजस्थान के स्कूलों में अकबर की गाथा नहीं पढ़ाई जाएगी और महज महाराणा प्रताप को ही महान माना जाएगा। दिलावर का कहना है कि अकबर ने भारत को लूटा और उसकी गाथा पढ़ाने वाले अब आगे नहीं पढ़ा पाएंगे। यह बयान उदयपुर में भामाशाह सम्मान समारोह के दौरान दिया गया। दिलावर ने पहले भी अकबर को लेकर विवादित टिप्पणियां की हैं, जैसे कि उन्हें "बलात्कारी" कहना। अब यह मामला सियासत में गर्मा सकता है।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अकबरर महान को लेकर ये बयान रविवार को उदयपुर में आयोजित 28वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में दिया। इसे लेकर अब सियासत में चर्चा शुरू हो सकती है। बता दें कि दिलावर इससे पहले भी अकबर महान को लेकर बयान देते रहे हैं। आज उन्होंने खुद की ही बात को फिर दोहराया है। दिलावर ने कहा कि ऐसा इंसान कैसे महान हो सकता है कि जो मीना बाजार लगाता था और महिलाओं को उठा ले जाता था। 

दिलावर का बड़ा बयान

दिलावर ने कहा जिन्होंने अकबर को महान बताया उसकी गाथा पढ़ाई वह मेवाड़ और राजस्थान का दुश्मन है। मैं शपथ लेकर कहता हूं कि आगे से राजस्थान में किसी भी किताब में अकबर को महान रूप में नहीं पढ़ाया जाएगा। उन्होंने इसी साल जनवरी में, मुगल सम्राट अकबर को "बलात्कारी" तक कह दिया था। उनकी यह टिप्पणी सरकार में बदलाव के बाद स्कूली पाठ्यपुस्तकों में महत्वपूर्ण संशोधन के बारे में चर्चा के जवाब में की गई थी। 

उन्होंने 30 जनवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि,"हमें पाठ्यक्रम में कोई बदलाव करने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन अनैतिक बयान देने वाली या महापुरुषों का अपमान करने वाली सामग्री हटा दी जाएगी। वीर सावरकर और शिवाजी जैसे हमारे पूर्वजों के बारे में बहुत सारी भ्रामक जानकारी शामिल है। वे बयान ठीक कर दिया जाएगा।'' 

दिलावर ने आगे कहा, "कई पाठ्यपुस्तकों में, यह कहा गया था कि सावरकर देशभक्त नहीं थे। जहां अकबर को एक महान व्यक्ति माना जाता है, वहीं शिवाजी को 'पहाड़ी चूहा' कहा जाता है, और महाराणा प्रताप की भूमिका अकबर की भूमिका से कम है। ऐसे बयान स्वीकार्य नहीं हैं और इनकी समीक्षा की जाएगी।”