Uttar Pradesh Politics / लाखों लोग मेरे साथ फोटो खिंचाते हैं... रेप केस के आरोपी संग तस्वीर पर बोले अवधेश प्रसाद

अयोध्या में 12 साल की बच्ची से गैंगरेप मामले में समाजवादी पार्टी भी बुरी तरह से घिर गई है. आरोपी और समाजवादी पार्टी के नेता मोइन खान के साथ तस्वीर और संबंधों पर अब फैजाबाद से मौजूदा अवधेश प्रसाद का बयान सामने आया है. सपा सांसद ने कहा कि मैंने आरोपी से कभी भी किसी तरह की मदद नहीं ली है. जहां तक आरोपी के साथ फोटो का सवाह है तो लाखों लोग हमारे साथ फोटो खिंचाते हैं और सेल्फी लेते हैं. बीजेपी को इस तरह की राजनीति नहीं

Vikrant Shekhawat : Aug 04, 2024, 07:00 AM
Uttar Pradesh Politics: अयोध्या में 12 साल की बच्ची से गैंगरेप मामले में समाजवादी पार्टी भी बुरी तरह से घिर गई है. आरोपी और समाजवादी पार्टी के नेता मोइन खान के साथ तस्वीर और संबंधों पर अब फैजाबाद से मौजूदा अवधेश प्रसाद का बयान सामने आया है. सपा सांसद ने कहा कि मैंने आरोपी से कभी भी किसी तरह की मदद नहीं ली है. जहां तक आरोपी के साथ फोटो का सवाह है तो लाखों लोग हमारे साथ फोटो खिंचाते हैं और सेल्फी लेते हैं. बीजेपी को इस तरह की राजनीति नहीं करना चाहिए.

सपा सांसद ने ने कहा कि जहां तक इस घटना की बात है तो यह बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है. इस घटना में शामिल सभी लोगों की जांच होनी चाहिए. सच्चाई का पता लगाना चाहिए और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ पूरी ताकत के साथ कार्रवाई होनी चाहिए.

सपा सांसद बोले- पीड़िता के साथ खड़ी है पार्टी

उन्होंने कहा कि जहां तक पीड़िता की बात है तो हमारी पार्टी पूरी तरह से उसके साथ खड़ी है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है. मैं ऐसे लोगों से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि यह राजनीति करने का समय नहीं है. इस मामले में निर्दोषों को फंसाया न जाए और डीएनए टेस्ट कराया जाए.

सपा नेता ने कहा कि पीड़िता की आर्थिक रूप से मदद भी की जानी चाहिए. मैंने कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति को अपने पास नहीं आने दिया जिसका अपराध से थोड़ा सा भी संबंध हो. न तो मैंने उनसे कभी किसी तरह की मदद ली है.

अखिलेश यादव ने भी की डीएनए टेस्ट की मांग

वहीं, इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है. पूर्व सीएम ने कहा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की मांग है.