Ratan Tata News / राजकीय सम्मान के साथ रतन टाटा का हुआ अंतिम संस्कार- अमित शाह समेत कई लोग मौजूद

प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुआ। उनके परिवार, टाटा समूह के सदस्य और कई प्रमुख नेता वहां मौजूद रहे। पीएम मोदी ने उन्हें एक दूरदर्शी नेता और दयालु आत्मा बताया। रतन टाटा का निधन 86 वर्ष की आयु में हुआ।

Vikrant Shekhawat : Oct 10, 2024, 07:27 PM
Ratan Tata News: प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार शाम मध्य मुंबई स्थित एक शवदाह गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान मुंबई पुलिस ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर और श्रद्धांजलि दिया। बता दें कि वर्ली स्थित शवदाह गृह में रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा समेत उनके परिवार के अन्य सदस्य और टाटा समूह के लोग मौजूद रहें। बता दें कि केंद्रीय गहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे समेत कई लोग वहां मौजूद रहें। बता दें कि रतन टाटा का अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के मुताबिक किया गया। एक धर्मगुरू ने बताया कि रतना टाटा के अंतिम संस्कार के बाद दक्षिण मुंबई के कोलाबा स्थिति उनके बंगले में तीन दिन तक अनुष्ठान किए जाएंगे। बता दें कि पद्म विभूषण से सम्मानित रत्न टाटा का 86 वर्ष की आयु में बुधवार की रात एक अस्पताल में निधन हो गया। 

पीएम मोदी ने किया था ट्वीट

बता दें कि रतन टाटा के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर भावुक पोस्ट लिखा था। उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। उन्होंने अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के कारण कई लोगों के बीच अपनी जगह बनाई।'

पीएम मोदी बोले- मुझे याद हैं उनके साथ अनगिनत मुलाकातें

पीएम मोदी ने दूसरे पोस्ट में लिखा, 'श्री रतन टाटा जी का सबसे अनोखा पहलू था बड़े सपने देखने और दूसरों को कुछ देने का उनका जुनून। वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे। श्री रतन टाटा जी के साथ मेरी अनगिनत मुलाकातें मुझे याद हैं। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मैं उनसे अक्सर मिलता था। हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करते थे। मुझे उनके विचार बहुत उपयोगी लगते थे। दिल्ली आने पर भी ये मुलाकातें जारी रहीं। उनके निधन से मुझे बहुत कष्ट पहुंचा है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।'

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बोले- वे एक सच्चे देशभक्त थे

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रतन टाटा के निधन पर कहा, वे सादगी और विनम्रता की प्रतिमूर्ति थे। मैं जब भी उन्हें राष्ट्रपति भवन में भोज के दौरान आमंत्रित करता था, इतने चर्चित उद्योगपति होने के बावजूद, मैंने उनकी विनम्रता देखी है। वे कबी भी हमारे देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक नहीं लगते थे। वे एक देशभक्त और हमेशा के एक साधारण व्यक्ति लगते थे। मैंने हमेशा ही रतन टाटा को प्रोटोकॉल का पालन करते हुए देखा है। मैंने देखा है कि उनकी सोच कितनी अच्छी थी। ज्यादातर उद्योगपति पैसे के लिए उद्योग लगाते हैं। लेकिन वे सबी से कहते थे कि अगर आप लोग उद्योग लगाना चाहते हैं तो वह हमेशा राष्ट्रहित में होना चाहिए।