Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2020, 03:30 PM
जयपुर | सचिन पायलट की बर्खास्तगी (Dismissal of sachin pilot from ppc chief) के बाद गोविंदसिंह डोटासरा (Govind Singh Doatasara) को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष (New President of Congress Rajasthan) बनाए जाने से राजस्थान के राजपूत समाज (Rajput Society) में इस फैसले का विरोध शुरू हो गया हैं। महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) समेत अन्य इतिहास पुरुषों के तथ्यों से छेड़छाड़ कर सरकारी पाठ्यक्रम के विरोध में शिक्षा मंत्री पहले से ही विभिन्न हिन्दू संगठनों में निशाने पर थे। सिरोही (Sirohi District) में तो सर्व समाज की ओर से नए अध्यक्ष डोटासरा का पुतला फूंककर विरोध जताया गया।जालोर—सिरोही लोकसभा सीट पर सांसद का चुनाव लड़ चुके राजस्थान प्रवासी महासंघ और दिल्ली राजपूत परिषद के अध्यक्ष गंगासिंह राठौड़ काठाड़ी (Ganga Singh Rathore Kathadi) का कहना है कि क्या महाराणा प्रताप के अपमान का पुरस्कार डोटासरा को मिला है? इसी तरह समाज के अन्य संगठनों का भी कहना है कि व्यक्ति किसी भी जाति या वर्ग का हो वह प्रदेशाध्यक्ष के रूप में स्वीकार है जो सभी को साथ लेकर चलने में सक्षम हो।
राठौड़ बताते हैं कि उन्होंने 23 जून को भी इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जानकारी दी थी कि समाज में भयंकर आक्रोश है और इतिहास पुरुषों के साथ किसी तरह की ओछी हरकत नहीं करनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर समाज के लोग ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप के माध्यम से विरोध प्रकट कर रहे हैं और आलाकमान को अपनी शिकायतें भी भेजी है।
राठौड़ बताते हैं कि उन्होंने 23 जून को भी इस बाबत मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जानकारी दी थी कि समाज में भयंकर आक्रोश है और इतिहास पुरुषों के साथ किसी तरह की ओछी हरकत नहीं करनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर समाज के लोग ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप के माध्यम से विरोध प्रकट कर रहे हैं और आलाकमान को अपनी शिकायतें भी भेजी है।