Vikrant Shekhawat : Sep 11, 2024, 06:00 AM
Haryana Election 2024: मंगलवार को पहलवान विनेश फोगाट के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की खबर सामने आई, जिसे लेकर उनकी बहन बबीता फोगाट ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। बबीता फोगाट ने इस निर्णय को विनेश की व्यक्तिगत पसंद करार देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की अपनी सोच और विचारधारा होती है। उन्होंने यह भी बताया कि राजनीति का क्षेत्र सभी के लिए खुला है और किसी भी व्यक्ति को इसमें अपनी भागीदारी निभाने का अधिकार है।‘विनेश को 2028 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का अच्छा मौका था’विनेश की इस नई राजनीतिक यात्रा पर उनके पिता महावीर फोगाट ने टिप्पणी की थी कि विनेश को 2028 ओलंपिक में हिस्सा लेना चाहिए। इस पर बबीता फोगाट ने कहा, "मेरे पिताजी विनेश के गुरु हैं और गुरु हमेशा अपने शिष्य के अच्छे भविष्य की कामना करते हैं। विनेश को पिताजी की सलाह माननी चाहिए थी। एक गुरु का कर्तव्य होता है कि वह अपने शिष्य को सही दिशा दिखाए और मार्गदर्शन प्रदान करे। मेरे अनुसार, विनेश ने जल्दबाजी में निर्णय लिया। उनके पास 2028 ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का अच्छा मौका था।"टिकट न मिलने पर बबीता का बयानविधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर बबीता फोगाट ने अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, "मुझे टिकट न मिलने का कोई दुख नहीं है। मैं भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के कमल के फूल के लिए काम करती रहूंगी। कमल का फूल किसी भी व्यक्ति को मिले, हम उसके साथ मिलकर काम करेंगे और उसे सफल बनाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि हम चरखी दादरी विधानसभा सीट जीतेंगे। पार्टी ने इस बार सुनील सांगवान को उम्मीदवार बनाया है और मैं पार्टी के इस फैसले के साथ पूरी तरह से खड़ी हूं। भाजपा प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनाएगी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनेगी।"भूपेंद्र हुड्डा पर बबीता का तंजभूपेंद्र हुड्डा पर टिप्पणी करते हुए बबीता फोगाट ने कहा, "भूपेंद्र हुड्डा फोगाट परिवार में फूट डालने में सफल रहे हैं। जनता उन्हें इसका सबक सिखाएगी। कांग्रेस की नीति हमेशा 'फूट डालो, राज करो' रही है। कांग्रेस ने हमेशा देश और परिवारों में विभाजन किया है। इसके विपरीत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवार और देश को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास' की नीति पर विश्वास करती है।"इस प्रकार, बबीता फोगाट ने अपने परिवार के प्रति अपनी वफादारी और राजनीति में विश्वास की भावना को व्यक्त किया, जबकि विनेश फोगाट के राजनीतिक निर्णय के प्रति उनकी समझदारी और समर्थन को स्पष्ट किया।