BSP Political Tension / मुसलमानों के साथ सौतेला रवैया... बीजेपी सरकारों पर मायावती ने उठाए सवाल

बहुजन समाज पार्टी में उथल-पुथल जारी है। मायावती ने पहले भतीजे को हटाया, फिर आकाश आनंद को बाहर कर दिया। अब उन्होंने रमजान में लाउडस्पीकर हटाने पर सरकार की आलोचना की, पक्षपात का आरोप लगाया। यूपी में योगी सरकार ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटा रही है।

BSP Political Tension: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में इन दिनों जबरदस्त राजनीतिक हलचल मची हुई है। पार्टी सुप्रीमो मायावती फुल एक्शन मोड में नजर आ रही हैं। पहले उन्होंने अपने भतीजे को सभी पदों से हटाया और उसके बाद आकाश आनंद को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया। इन बड़े फैसलों के बाद अब मायावती ने एक और महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है।

मायावती की तीखी प्रतिक्रिया

मायावती ने हाल ही में रमजान के दौरान लाउडस्पीकर उतारे जाने की कार्रवाई को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां सभी धर्मों का समान सम्मान किया जाना चाहिए। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारों को बिना किसी भेदभाव के सभी धर्मों के अनुयायियों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।

सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में जो सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, वह न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने सरकार को आगाह किया कि सभी धर्मों के पर्व-त्योहारों पर लागू नियमों और कानूनों को निष्पक्ष रूप से लागू किया जाना चाहिए।

समाज में बढ़ता तनाव

मायावती ने आगे कहा कि धार्मिक स्थलों पर पाबंदियों और छूट को समान रूप से लागू किया जाना चाहिए, लेकिन वर्तमान में ऐसा होते नहीं दिख रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रकार की नीतियां समाज में शांति और आपसी सौहार्द को बिगाड़ सकती हैं, जो बेहद चिंताजनक है। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस मुद्दे पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि सभी धर्मों को समान अधिकार मिल सकें।

यूपी में ऑपरेशन लाउडस्पीकर

उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं। सरकार का कहना है कि यह कदम ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है। इस फैसले को लागू करने के लिए पहले ही गाइडलाइंस जारी कर दी गई थीं।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई व्यक्ति अवैध रूप से दोबारा लाउडस्पीकर लगाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस फैसले से प्रदेश में राजनीतिक हलचल और बहस तेज हो गई है।

निष्कर्ष

बसपा में चल रही अंदरूनी खींचतान के बीच मायावती ने लाउडस्पीकर विवाद पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देकर सरकार की नीति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने धार्मिक मामलों में निष्पक्षता बनाए रखने की मांग की है। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और यह विवाद किस दिशा में आगे बढ़ता है।