राजस्थान / कभी भी हो सकती है 3878 ग्राम पंचायतों के चुनावों की घोषणा, तैयारियां हुई पूरी

राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के 26 जिलों की शेष रही 3878 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव करवाने की तैयारियां पूरी कर ली है। अब आयोग कभी भी चुनाव कार्यक्रम जारी कर सकता है। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम जारी होने की संभावना ज्यादा है।

News18 : Jun 16, 2020, 05:32 PM
जयपुर। राज्य निर्वाचन आयोग (State election commission) ने प्रदेश के 26 जिलों की शेष रही 3878 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव (Gram Panchayat Election) करवाने की तैयारियां पूरी कर ली है। अब आयोग कभी भी चुनाव कार्यक्रम जारी कर सकता है। हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग से जुड़े सूत्रों के अनुसार जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम जारी होने की संभावना ज्यादा है। आयोग ने तमाम कानूनी अड़चनें दूर होने के बाद इन ग्राम पंचायतों का चुनाव अप्रैल महीने में करवाने की तैयारी कर रखी थी, लेकिन कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण आयोग ने चुनाव स्थगित कर दिए थे।


10 जून को निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है

प्रदेश की कुल 11,141 ग्राम पंचायतों में से 3878 ग्राम पंचायतों के चुनाव करवाने शेष हैं। बाकी सभी ग्राम पंचायतों के चुनाव राज्य चुनाव आयोग ने तीन चरणों में पूरे करवा लिए थे। संबंधित जिलों के कलक्टर्स ने आयोग के निर्देशों के अनुसार 10 जून को निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया। पहले अंतिम प्रकाशन की तिथि 23 मार्च को किया जाना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते कामकाज प्रभावित होने से इनका अंतिम प्रकाशन नहीं हुआ था।


इन जिलों में होंगे शेष बची ग्राम पंचायतों के चुनाव

अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बांरा, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चूरू, दौसा, धौलपुर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, झुन्झुनू, करौली, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, उदयपुर और श्रीगंगानगर जिलों में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव होंगे।

पंचायत समितियों और जिला परिषदों के चुनाव भी होंगे

राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार प्रदेश की शेष बची ग्राम पंचायतों के साथ ही ग्राम पंचायत चुनाव- 2020 के चौथे चरण के तहत पंचायत समितियों और जिला परिषद के चुनाव भी संपन्न करवाए जाएंगे। आयोग ने सभी तरह की तैयारियां पूर्ण कर ली है। अब आयोग के निर्णय पर सभी की निगाहें टिकी है।  ग्रामीण इलाकों में लोगों का बेसब्री से इन चुनावों का इंतजार है।