Vikrant Shekhawat : Jun 23, 2021, 04:34 PM
Jaipur: राजस्थान में फोन टैपिंग मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच एक्शन में आ गई है. केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह की एफआईआर (FIR) पर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को नोटिस जारी कर 24 जून को सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है. उन्हें दिल्ली क्राइम ब्रांच रोहिणी के प्रशांत विहार दफ्तर में पूछताछ लिए बुलाया के गया है.दिल्ली क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतीश मलिक ने नोटिस जारी किया है. इस मामले में जोशी ने कहा कि नोटिस अभी पढ़ा नहीं है. पढ़ने के बाद ही कुछ कह सकूंगा. दरअसल पिछले साल सचिन पायलट (Sachin Pilot) खेमें की बगावत के समय राजस्थान सरकार पर फोन टैपिंग (Phone Tapping) के आरोप लगे थे.केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के परिवाद के बाद 25 मार्च को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज की थी. एफआईआर में गजेंद्र सिंह ने जनप्रतिनिधियों के फोन टैप करने और उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया. शेखावत ने FIR में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के OSD लोकेश शर्मा समेत अज्ञात पुलिस अफसरों को आरोपी बनाया. दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अब इस मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए महेश जोशी को भी शामिल कर लिया है. क्राइम ब्रांच में दर्ज एफआईआर को लेकर लोकेश शर्मा पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट चले गए थे. कोर्ट ने 6 अगस्त तक अगली सुनवाई का समय दिया और क्राइम ब्रांच को तब तक के लिए कोई भी कार्रवाई नहीं करने को कहा था .इस मामले की शुरुआत तब हुई थी जब महेश जोशी ने पिछले साल सचिन पायलट खेमे की बगावत के बाद लीक किए गए फोन कॉल्स के आधार पर एसओजी (SOG) और एसीबी में एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई थी. इसे लेकर महेश जोशी ने एसीबी और एसओजी में अपने बयान भी दर्ज करवाए थे.माना जा रहा है कि महेश जोशी को नोटिस मिलने के बाद अब दिल्ली क्राइम ब्रांच कांग्रेस के कुछ नेताओं, अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है. गहलोत सरकार का मैनेजमेंट संभालने वाले कई नेताओं को पूछताछ का नोटिस मिलना तय माना जा रहा है. कई पुलिस अफसरों को भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.हाल ही में पायलट समर्थक विधायक वेद सोलंकी ने हाल ही बयान दिया था कि सरकार कई विधायकों के फोन टैप करवा रही है. ये विधायक सीएम अशोक गहलोत को इसकी जानकारी भी दे चुके हैं. दिल्ली क्राइम ब्रांच के इस नोटिस के बाद देखना होगा कि इस मामले में महेश जोशी क्या कदम उठाते हैं.