Election Date : आज दोपहर साढ़े तीन बजे चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करेगा। दोनों राज्यों में चुनाव की तारीखों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है, और आयोग ने इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। इस मौके पर चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है, जिसमें महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के अलावा उपचुनावों की तारीखों का भी ऐलान किया जा सकता है।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभाओं का कार्यकाल
महाराष्ट्र विधानसभा, जिसमें कुल 288 सीटें हैं, का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को समाप्त हो रहा है। इसका मतलब है कि चुनाव प्रक्रिया नवंबर से पहले पूरी होनी जरूरी है। वहीं, झारखंड विधानसभा की 81 सीटों का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होगा।
उपचुनावों का ऐलान
चुनाव आयोग करीब 50 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों की भी घोषणा कर सकता है। इनमें वायनाड लोकसभा सीट भी शामिल है, जो काफी चर्चित है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2019 के आम चुनावों में वायनाड और अमेठी दोनों से जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी। अब कांग्रेस ने घोषणा की है कि वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी, जिससे यह चुनाव विशेष रूप से रोचक हो गया है।
छठ के बाद चुनाव की संभावना
हाल ही में चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव कार्यक्रमों का ऐलान किया था, और तब उम्मीद की जा रही थी कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखें भी साथ ही घोषित होंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बार आयोग ने चुनाव कार्यक्रमों को अलग रखने का फैसला किया। पिछले तीन बार, हरियाणा और महाराष्ट्र में एक साथ चुनाव कराए गए थे, लेकिन इस बार चुनाव की तारीखें अलग-अलग होंगी।पिछले हफ्ते मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने झारखंड का दौरा किया और सभी राजनीतिक दलों से फीडबैक लिया। कई दलों ने दिवाली, छठ पूजा और राज्य स्थापना दिवस (15 नवंबर) के बाद चुनाव कराने का अनुरोध किया था। झारखंड में 8 नवंबर को छठ पूजा है, और उम्मीद है कि चुनाव इसके बाद होंगे। संभावना जताई जा रही है कि झारखंड और महाराष्ट्र दोनों राज्यों में चुनाव दो या अधिक चरणों में होंगे।
राजनीतिक मुकाबला: कौन किसके खिलाफ?
महाराष्ट्र में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच होगा। महायुति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) शामिल हैं। वहीं, महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी (एनसीपी-एसपी) और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) हैं। यह चुनाव महाराष्ट्र में बड़ी राजनीतिक लड़ाई का रूप ले चुका है, जहां राज्य की राजनीति में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की भूमिका अहम मानी जा रही है।झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का गठबंधन विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ चुनाव लड़ेगा। एनडीए में भाजपा के साथ ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) और जनता दल (यूनाइटेड) शामिल हैं। झारखंड में यह चुनाव सत्ताधारी झामुमो के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती होगी, जहां पिछले चुनावों में झामुमो ने भाजपा को हराकर सत्ता हासिल की थी।
2019 के चुनाव: एक नजर
2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक चरण में संपन्न हुआ था। 21 अक्टूबर 2019 को मतदान हुआ था, और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए गए थे। वहीं, झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में पांच चरणों में हुए थे। 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच मतदान हुआ था, और 23 दिसंबर को नतीजे आए थे। इस बार भी झारखंड में चुनाव कई चरणों में होने की संभावना है।