राजस्थान / जयपुर में तीन मंजिला मकान में आग लगी आग

जयपुर के भट्टा बस्ती क्षेत्र में शनिवार सवेरे उस समय अफरा तफरी मच गई जब तीन मंजिला एक मकान में आग लग गई। आग का काला धुआं मकान की खिड़कियों और झरोखों से बाहर निकलने लगा तो लोग बाहर जमा हो गए। मकान के अंदर लाख की चूड़ी बनाने का काम चल रहा था। मकान में फंसे लोगों के चीख पुकार मचाने पर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर करीब ढाई से तीन घंटे तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहा।

Vikrant Shekhawat : Oct 31, 2020, 10:03 AM

जयपुर के भट्टा बस्ती क्षेत्र में शनिवार सवेरे उस समय अफरा तफरी मच गई जब तीन मंजिला एक मकान में आग लग गई। आग का काला धुआं मकान की खिड़कियों और झरोखों से बाहर निकलने लगा तो लोग बाहर जमा हो गए।


मकान के अंदर लाख की चूड़ी बनाने का काम चल रहा था। मकान में फंसे लोगों के चीख पुकार मचाने पर पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही देर में शास्त्री नगर, भट्टा बस्ती समेत तीन थानों की पुलिस मौके पर आ पहुंची। देखते ही देखते छह दमकलें भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का काम शुरू किया।


मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि घटना हाउसिंग बोर्ड स्थित सब्जी मंडी के नजदीक वार्ड नंबर 31 के सेक्टर नंबर दो में लगी थी। जिस कारखाने में आग लगी थी वहां करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग रह रहे थे। सवेरे भी चूड़ी बनाने का काम चल रहा था इस दौरान अचानक आग लग गई। आग लगने का प्राथमिक कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। भीड़ भरा इलाका होने और आसपास मकान सटे होने से बड़ा हादसा होने का डर था।

दमकलों ने कई फेरे लेकर आग पर काबू पाया। आग में फंसे लोगों को सिविल डिफेंस की टीम और दमकल कार्मिकों ने सीढ़ी की मदद से बाहर निकाला। आग लगने से महिलाएं और बच्चे भी फंस गए थे। लाख और अन्य सामान का काला धुआं फैलने के कारण कुछ लोग बीमार हो गए थे। उनको नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मौके पर करीब ढाई से तीन घंटे तक राहत एवं बचाव कार्य जारी रहा। गनीमत रही कि हादसे में कोई भी गंभीर रुप से हताहत नहीं हुआ।


आग लगने की इस घटना के बाद पुलिस का एक्शन काफी एक्टिव रहा। तीन थानों की पुलिस के साथ ही तीन से चार अफसर भी तुरंत मौके पर पहुंचे और हालातों को काबू करने में जुट गए। थानों का जाब्ता और अफसरों के होने के बाद भी आरएसी के जवानों को भी मौके पर बुला लिया गया। हर अप्रिय स्थिति से काबू पाने की तैयारी पुलिस ने पहले ही कर ली थी। इस बीच पता चला कि मकान में बने कमरों में एलपीजी गैस के भरे चार सिलेंडर भी रखे हैं तो उनको भी बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। सिविल डिफेंस और दमकल कार्मिकों की सूझबूझ से निकाले गए लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए तीन एंबुलेंस भी जुटी रहीं। स्थानीय लोगों, पुलिस, सिविल डिफेंस और दमकलकार्मिकों के सामूहिक प्रयास से बड़े हादसे को समय रहते काबू कर लिया गया।